नैनीताल: उत्तराखंड में चर्चित अंकिता भंडारी मर्डर केस में आज का दिन महत्वपूर्ण रहने वाला है। आज अंकिता हत्याकांड मामले की सुनवाई होगी। हाई कोर्ट में होने वाली सुनवाई सरकार की मुश्किलें बढ़ा सकती है। हाई कोर्ट ने 11 सितंबर तक एसआईटी को लिखित जवाब देने का आदेश जारी किया है। अंकिता के माता-पिता जांच से संतुष्ट नहीं हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि अंकिता भंडारी मर्डर केस में हाई कोर्ट की सुनवाई के दौरान बड़ा आदेश जारी हो सकता है। उत्तराखंड सरकार और स्वयं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अंकिता भंडारी मर्डर केस की त्वरित जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि अंकिता के हत्यारों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे में अगर मामले की जांच सीबीआई को चली जाती है तो यह उत्तराखंड सरकार के लिए झटका माना जाएगा।
अंकिता के माता-पिता का कहना है कि वे एसआईटी की जांच से संतुष्ट नहीं है। ऐसे में उत्तराखंड हाई कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई के दौरान मामले की जांच सीबीआई को सौंपने पर बड़ा फैसला दे सकती है। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका की सुनवाई थी। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने एसआईटी को लिखित रूप से यह बताने को कहा कि रिजॉर्ट में जिस स्थान पर बुलडोजर चलाया गया, वहां से कौन-कौन से सबूत एकत्र किए गए। कोर्ट ने एसआईटी को 11 नवंबर तक जवाब दाखिल करने के निर्देश दिया। एसआईटी शुक्रवार को हाई कोर्ट में अपना लिखित जवाब दाखिल कर सकती है। हालांकि, पौड़ी गढ़वाल निवासी आशुतोष नेगी ने हाईकोर्ट में दायर याचिका में दावा किया है कि पुलिस और एसआईटी इस मामले के महत्वपूर्ण सबूतों को छिपा रही है।