उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ युवाओं ने सरकार से आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद युवा धरना खत्म करने को तैयार नहीं हैं। पथराव और सड़कों पर बबाल कटाने के आरोप में पुलिस ने उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। जिसमें 6 लोग शनिवार को जमानत मिल गई थी, लेकिन बॉबी पवार और उसके सात साथियों को अभीतक जमानत नहीं मिली है। आज भी आरोपी बॉबी पंवार समेत सात युवाओं की जमानत पर सुनवाई मंगलवार को फिर टल गई। अभियोजन ने पत्थरबाजी में घायल होने वाले पुलिसकर्मियों की मेडिकल रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा था।
सीजेएम लक्ष्मण सिंह की कोर्ट ने अभियोजन को एक दिन का वक्त दिया है। अब मामले की सुनवाई बुधवार को होगी। बता दें कि सोमवार को पुलिस कोर्ट में केस डायरी लेकर नहीं पहुंची थी। इसके लिए पांच दिन का समय मांगा था। लेकिन, कोर्ट ने सिर्फ एक दिन की मोहलत देते हुए विवेचक को केस डायरी के साथ आज मंगलवार को उपस्थित होने के निर्देश दिए थे। अभियोजन की ओर से ज्वाइंट डायरेक्टर लॉ गिरीश पंचोली, जिला शासकीय अधिवक्ता आदि कोर्ट में आए और जमानत का विरोध किया। बचाव पक्ष ने सातों की जमानत के लिए तर्क दिया गया कि इनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। सभी को पुलिस ने झूठा फंसाया गया है। जानलेवा हमले की धारा निराधार थी। ऐसे में उसे भी हटा दिया गया है। वहीं, अभियोजन ने सुनवाई पांच दिन के लिए टालने की प्रार्थना की।