Rishikesh में बारिश से भारी तबाही !| Dehradun | Uttarakhand News | Sahastradhara Floods

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ऋषिकेश में बारिश से भारी तबाही, दोस्तो बारिश ने इस बार ऐसा रूप ले लिया है, जिसने कई इलाकों की तस्वीर ही बदल कर रख दी है। नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, घरों में पानी घुस रहा है और आम आदमी की ज़िंदगी पर गहरा असर पड़ रहा है। रेलवे ट्रैक डूब चुके हैं, सड़कें बंद हैं और प्रशासन राहत कार्यों में जुटा हुआ है। Uttarakhand Heavy Rain Disaster दोस्तो पहाड़ों में लगातार हो रही भारी बारिश निचले इलाकों में कहर बनकर टूट रही है। बारिश से सबसे ज्यादा भयावह तस्वीरें देहरादून जिले से सामने आई हैं। देहरादून शहर का टपकेश्वर मंदिर मालदेवता, सहस्त्रधारा, प्रेमनगर क्षेत्र बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। वहीं ऋषिकेश और आसपास के इलाकों में भी बारिश ने भारी नुकसान पहुंचाया है। दोस्तो यहां बहने वाली रंभा नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से शिवाजी नगर और एम्स के नजदीकी के घरों में पानी भर गया है। चंद्रेश्वर नगर में भी बरसाती नाले के उफान पर आने से लोगों के घर पानी घुसा है। सड़कों पर बाढ़ का नजारा देखा जा रहा है। नटराज चौक से ढालवाला के बीच बना पुल भी चंद्रभागा नदी के उफान पर आने से कुछ देर के लिए डूबा हुआ नजर आया। चंद्रभागा का पानी हाईवे पर आया तो पुलिस ने वाहनों की आवाजाही पर भी ब्रेक लगा दिया।

दोस्तो इतना भर नहीं है, इसके अलावा 14 बीघा नए पुल के पास चंद्रभागा नदी के बहाव से तटबंध का करीब 50 मीटर हिस्सा बह गया, जिससे 14 बीघा की आबादी को खतरा हो गया है। सिंचाई विभाग, पुलिस के साथ मिलकर वायर क्रिएट और सैंडबैग लगाने में जुटे दिखाई दिए। मनसा देवी क्षेत्र में भी नदी का पानी भर गया है, मनसा देवी के नजदीक रेलवे ट्रैक भी जलभराव होने से डूब गया है। श्यामपुर नटराज बाईपास मार्ग भी पानी से लबालब है, रायवाला के निकट सौंग नदी भी उफान पर है. गंगा नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे बह रही है। त्रिवेणी घाट पर आरती स्थल गंगा में डूब चुका है। प्रशासन ने लोगों को गंगा और बरसाती नदियों से दूर रहने की सलाह दी है। दरअसल ऋषिकेश और आसपास के इलाके में भारी बारिश की वजह से पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे थे, कई इलाकों में पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मदद के लिए पहुंची।

पुलिस के अलावा एसडीआरएफ और प्रशासनिक मशीनरी इस भयावह स्थिति को देखते हुए एक्टिव नजर आई। दोस्तो यहां के लोग बतते हैं कि रंभा नदी के किनारे तटबंध बनाने की मांग कई बार प्रशासन से की जा चुकी है। लेकिन मांग पर ध्यान नहीं दिए जाने का ही नतीजा है कि आज रंभा नदी के उफान पर आने से लोगों के घरों में पानी भर गया है और लोगों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश की वजह से रोजगार पहले ही नहीं है, ऊपर से घरों में पानी भरने के कारण खाने-पीने का सामान खराब हो चुका है। प्रभावित लोगों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। दोस्तो यहां अतिक्रमण है मुख्य कारण है, वार्ड नंबर 28 रंभा नदी के किनारे कुछ भूमाफियाओं के द्वारा रंभा नदी को पाटकर भूमि कब्जा किया गया, जिसकी वजह से नदी नाले के रूप में तब्दील हो गई है। यही कारण है कि नदी का पानी लोगों के घरों में घुस रहा है. लोगों की मांग है कि संबंधित विभाग ध्यान दें और अतिक्रमण को हटाए, ताकि नदी अपने पूर्व की भांति बह सके।