उत्तराखंड में सितंबर का महीना आधा गुजर गया है, लेकिन अभी भी मानसून की बौछार जारी है। बारिश का यह दौर आज भी जारी रहेगा। बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी के तौर पर येलो अलर्ट जारी किया है। Heavy Rainfall In Dehradun देहरादून शहर में कारलीगाढ़ सहस्त्रधारा में रात्रि के समय अत्यधिक बारिश होने की सूचना पर जिला प्रशासन ने रेस्क्यू एंड रिलीफ ऑपरेशन शुरू किया। डीएम के निर्देश पर एसडीएम कुमकुम जोशी रात्रि में ही घटनास्थल पर पहुंची। जिला प्रशासन ने आसपास के लोगों को रात में ही सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करवाया। घटना की सूचना मिलते ही डीएम सविन बंसल ने कमान संभालते हुए रात ही विभागों से समन्वय कर मौके पर रेस्क्यू टीमें भी भेजीं। एसडीआरएफ, एनडीआरफ, लोनिवि द्वारा जेसीबी उपकरण सहित रेस्क्यू ऑपरेशन फिलहाल जारी है। वहीं मसूरी में देर रात भारी बारिश से मजदूरों के आवास के ऊपर मलबा आ गया। घटना में एक मजदूर की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
वहीं देहरादून में तमसा नदी रौद्र रूप में आ गई है। टपकेश्वर मंदिर में शिवलिंग तक डूब गया है। मंदिर परिसर को खाली कराया गया है। उधर, आईटी पार्क के पास भी बड़ी मात्रा में मलबा आ गया। इससे सॉन्ग नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया। पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क किया है। साथ ही नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा है। उधर ऋषिकेश में भी चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है। जिसमें फंसे तीन व्यक्तियों को SDRF ने सुरक्षित रेस्क्यू किया है। एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार टीम को कंट्रोल रूम ऋषिकेश से सूचना प्राप्त हुई कि चंद्रभागा नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ गया है और कुछ लोग नदी में फंसे हुए हैं। सूचना मिलते ही पोस्ट ढालवाला से निरीक्षक कवींद्र सजवाण के नेतृत्व में SDRF टीम द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर पाया गया कि तीन व्यक्ति नदी में फंसे हुए हैं जिन्हें टीम द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया गया।