जोशीमठ में हो रहे भू धंसाव को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। सीएम धामी ने आयुक्त गढ़वाल, सचिव आपदा प्रबंधन व जिलाधिकारी चमोली से ग्राउंड रिपोर्ट लेकर अतिशीघ्र सुरक्षित स्थान पर एक बड़ा अस्थायी पुनर्वास केंद्र बनाने व डेंजर जोन को तत्काल खाली करवाने के निर्देश दिए। साथ ही सेक्टर और जोनल वॉर योजना बनाने एवं अविलंब आपदा कंट्रोल रूम एक्टिवेट करने के भी निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा कि सरकार पूरी गहनता के साथ इस समस्या के निष्कर्ष के लिए काम कर रही है। नागरिकों की सुरक्षा व क्षेत्र में हो रही समस्या का समाधान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। वहीं, मुख्यमंत्री शनिवार को जोशीमठ ग्राउंड जीरो पर जाकर हालात का जायजा लेंगे।
वहीं, सीएम धामी ने कहा कि स्थाई पुनर्वास के लिए पीपलकोटी और गौचर सहित अन्य स्थानों पर सुरक्षित जगह तलाशी जाए। कम प्रभावित क्षेत्रों में भी तत्काल ड्रेनेज प्लान तैयार कर काम शुरू हो। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मानसून से पहले जोशीमठ में सीवरेज ड्रेनेज आदि के कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। मुख्यमंत्री धामी के निर्देश के बाद डीएम चमोली ने प्रभावितों को किराए पर रहने के लिए भी पैसे देने का एलान किया है। सरकार प्रभावितों को छह महीने तक प्रतिमाह चार हजार रुपये किराया देगी। यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जाएगी।
जोशीमठ में कुल 561 भवनों में दरार आई है। साथ ही दो बहुमंजिला होटलों के खतरे की जद में आए पांच भवन खाली कराए गए हैं। जोशीमठ की जांच के आधार पर गांधी नगर में 127, मारवाड़ी में 28, लोअर बाजार नृसिंह मंदिर में 24, सिंहधार में 52, मनोहर बाग में 69, अपर बाजार डाडों में 29, सुनील में 27, परसारी में 50, रविग्राम में 153 सहित कुल 561 भवनों में दरार आई है। जोशीमठ के सुनील गांव, मनोहर बाग, सिंहधार, जेपी कॉलोनी, मारवाड़ी, विष्णुप्रयाग, रविग्राम, गांधीनगर क्षेत्र अधिक प्रभावित हैं। यहां हालात चिंताजनक बने हुए हैं। एसडीआरएफ की टीम यहां पहले से तैनात है। वहीं, गढ़वाल आयुक्त ने सुरक्षा के दृष्टिगत जोशीमठ में एनडीआरएफ दल की तैनाती के निर्देश दिए।