हाई-वोल्टेज ड्रामा विधायक जी बैरंग लौटे | Uttarakhand News | Tharali Chamoli | MLA Bhupal Ram Tamta

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जी हां एक बार फिर ऐसी तस्वीर अपने उत्तराखंड से आई की, नेता जी बुरी फंस गई। यहां जनता ने बीजेपी की महिला विधायक को ऐसा घेरा कि निकलने का रास्ता तक नहीं मिला। क्यों फूटा लोगों का गुस्सा, क्यों घंटो बनाए रखा विधायक को बंधक। Sports Stadium Agastyamuni दोस्तो उत्तराखंड में एक घटना जिसने सबका ध्यान खींच लिया! केदारनाथ की विधायक जनता के बीच फंस गईं, और लोगों ने उन्हें दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। दोस्तो अगस्त्यमुनि में घटना सामने आई है, स्थानीय लोगों ने प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण के विरोध में जमकर हंगामा किया। आंदोलनकारियों ने केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल और अन्य जनप्रतिनिधियों को करीब दो घंटे तक बंधक बनाया। दोस्तो प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मैदान मुनि महाराज की भूमि है और अगस्त्य ऋषि से जुड़ा पवित्र स्थल है, बिना जनसहमति के निर्माण कार्य को वे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे। दरअसल दोस्तो अगस्त्यमुनि में प्रस्तावित स्पोर्ट्स स्टेडियम के निर्माण कार्य के दोबारा शुरू होते ही स्थानीय लोगों का विरोध उग्र हो गया है। जैसे ही निर्माण कार्य शुरू हुआ आंदोलनकारी गणपति पैलेस अगस्तमुनि पहुंच गए, जहां युवा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेने के लिए केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत, विधायक भरत चौधरी सहित जिले के विभिन्न गांवों के जनप्रतिनिधि, ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुख एकत्र हो रहे थे।

इस दौरान काफी हंगामा हुआ. आंदोलनकारियों ने करीब दो घंटे तक विधायक आशा नौटियाल को बंधक बनाए रखा। दोस्तो आंदोलनकारियों ने मौके पर पहुंचकर विधायक आशा नौटियाल, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम कठैत सहित अन्य जनप्रतिनिधियों का घेराव करते हुए स्टेडियम निर्माण को तत्काल बंद करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अगस्तमुनि का मैदान मुनि महाराज की भूमि है और अगस्त्य ऋषि से जुड़ा पवित्र एवं ऐतिहासिक स्थल है, जिस पर किसी भी प्रकार का निर्माण स्वीकार नहीं किया जाएगा। गुस्सा सिर्फ इतने पर नहीं रुका, प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने आयोजन स्थल का मुख्य गेट बंद कर दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इस दौरान जमकर नारेबाजी, बहस और नोंक-झोंक देखने को मिली। आंदोलनकारियों ने आरोप लगाया कि बिना जनसहमति और स्थानीय लोगों की भावनाओं को नजरअंदाज कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसे वे किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने देंगे, तो उधर जनता के बंदन से छूटी केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल का बयान भी आया। एक तरफ केदारनाथ से बीजेपी की विधायक को सफाई देनी पड़ी तो उधर रुद्रप्रयाग से ही बीजेपी के विधायक भरत चौधरी के खिलाफ भी लोग गुस्से में दिखाई दिए। वैसे भरत चौधरी इससे पहले भी लोगों के गुस्से के शिकार हो चुके हैं, लेकिन यहां आशा नोटियाल के पहुचने पर स्थिति अभी तनावपूर्ण बन गई। इधर स्थानीय लोगों का विरोध लगातार जारी है, लेकिन ये पहला मौका नहीं है। जब ऐसी तस्वीर मै आपको दिका रहा हूं जहां बीजेपी के विधायकों को जनता ने ऑन दी स्पॉट घेर लिया, सवाल तमाम किए।