Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर प्रदेश के सभी 70 विधायकों से अपने-अपने क्षेत्र के विकास कामों के लिए 10-10 प्रस्ताव मांगे थे। यह प्रस्ताव मांगे तकरीबन 15 दिन से ऊपर का वक्त हो गया है लेकिन जानकारी के मुताबिक अभी तक अधिकतर विधायकों ने मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रस्ताव नहीं भेजे हैं। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि विधायक अपने क्षेत्र के विकास के लिए कितने चिंतित हैं। पिछले महीने अक्टूबर में सभी विधायकों से अपने-अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों के 10-10 प्रस्ताव मांगे थे ताकि हर विधायक के क्षेत्र में बेहतर तरीके से विकास काम हो सके।
इसके लिए बाकायदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दो अधिकारियों को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया था। जिसमें गढ़वाल के विधायकों के प्रस्ताव पर अमल के लिए अपर सचिव ललित मोहन रयाल नोडल अधिकारी बनाए गए और कुमाऊं के विधायकों के प्रस्तावों के निपटारे के लिए नवनीत पांडे को जिम्मेदारी दी गई थी। ऐसे बहुत कम विधायक हैं जो प्रस्ताव भेज चुके हैं। इसके अलावा बाकी विधायक अभी तक अपने प्रस्ताव तक तैयार नहीं कर पाए हैं। इसमें सबसे फिसड्डी बीजेपी के ही विधायक साबित हो रहे हैं। विधायक ही नहीं बल्कि कई मंत्री ऐसे हैं जो अभी इसकी तैयारी में ही जुटे है हालांकि विधायक दावा कर रहे है कि प्रस्ताव भेजे जा चुके हैं।