Uttarakhand Assembly Winter Session: दो दिन में 13 घंटे 47 मिनट चला सदन, लाइव में तैर रहे थे बेरोजगारों के सवाल

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देहरादून: उत्तराखंड में विधायी कार्य निपटने के साथ ही सात दिन का शीतकालीन सत्र सिर्फ दो दिन में अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। इस सत्र के दौरान 5440.43 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पास हुआ। साथ ही दो महत्वपूर्ण विधेयक भी पास हुए है। हालांकि, दो दिन तक चले सदन की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही, क्योंकि विपक्ष लगातार सरकार को घेरने में जुटी रही। लेकिन सदन की कार्यवाही के दौरान सभी नेता सीरियस ही नजर आए।

दो दिन में सदन की कार्यवाही 13 घंटे 47 मिनट चली। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि विधायी कामकाज के दृष्टिकोण से सत्र उपलब्धिपूर्ण रहा। सत्र की कार्यवाही के दौरान फेसबुक लाइव प्रसारण में बेरोजगारों के सवाल तैर रहे थे। अधिकांश बेरोजगार यह जानने के इच्छुक थे कि जिन परीक्षाओं के नतीजे घोषित होने हैं, उन पर सरकार क्या निर्णय लेने जा रही है। अधिकांश बेरोजगार पूछ रहे थे कि सरकार नई भर्तियां कब तक खोलेगी।

विधानसभा अध्यक्ष खंडूड़ी ने सत्र के स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि यह सही है कि सत्र की अवधि अधिक होनी चाहिए, लेकिन यह सब बिजनेस पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि सत्र करदाताओं के पैसे से चलता है। यदि बिजनेस नहीं होगा तो सत्र को बेवजह नहीं चलाया जा सकता। उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र भले ही दो दिन का रहा, लेकिन कामकाज के लिहाज से यह बेहद महत्वपूर्ण रहा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र की मुख्य विशेषता यह है कि इसमें उत्तराखंड लोक सेवा (महिलाओं के लिए क्षैतिज आरक्षण) विधेयक सर्वसम्मति से पारित हुआ।