पहाड़ का सिंघम अफसर…चल पड़ निडर !
आम आदमी की तरह संभाली कमान…बढ़ गई IAS की शान !
लाइन में लगकर…मत्ता टेका…तैयारियों को भी देखा
बॉलीवुड की कई फिल्मों के हीरोज को देखा होगा कि….अधिकारी रहने के बावजूद अचानक आम आदमी की तरह जनता के बीच पहुंच जाते हैं…अनिल कपूर से लेकर अजय देवगन तक की फिल्में ऐसी स्टोरी में शामिल हैं…आज हम उत्तराखंड के सिंघम अफसर की बात करेंगे…वो अफसर जिसे पता था कि…अगर वो अधिकारी बनकर जाएगा तो व्यवस्थाएं दुरुस्त मिलेंगी…लेकिन आम आदमी की तरह पहुंचेगा तो पोल खुल सकती है…लिहाजा चमोली के डीएम ने कुछ ऐसा प्लान बनाया कि…दोनों काम हो जाए…मतलब तैयारियों कैसी हैं ये भी पता चल सके…और क्या कमी है वो भी….असली हीरो और सिंघम वही होता है जो जमीन पर उतकर सच को देखता है…चमोली ने डीएम ने भी यही किया…बदरीनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं…ऐसे में चारधाम को लेकर तैयारियां भी पूरी हो चुकी हैं….इसी तैयारियों को देखने की बात आई तो डीएम ने अपना हुलिया ही चेंज कर लिया…डीएम के इस कदम से अफसर थोड़ा हिचके होंगे…लेकिन ये सही भी था तो बोल नहीं सके….उत्तराखंड के इस IAS के एक्शन के बाद असली हीरो की तारीफ लोग भूल चुके हैं.,.,क्योंकि कहां फिल्मों की कहानी और कहां असली हीरो का रोल…ये पूरी स्टोरी बदरीनाथ धाम से जुड़ी है….चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने न तो वीवीआईपी सुविधा का फायदा लिया..और न ही किसी को भनक लगने दी…डीएम के इस मिशन को लेकर बड़े से बड़े अधिकारी हैरान रह गए…कोई नहीं पहचान सका कि..ये डीएम साहब है….आम आदमी की तरह श्रद्धालु बनकर डीएम हिमांशु खुराना ने लाइन में लगना सही समझा…क्योंकि अगर थोड़ी सी भी वीवीआईपी सुविधा लेते तो माजरा खुल सकता था…लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ…. बदरीनाथ धाम में कैसी व्यवस्थाएं हैं और किस तरह की लापरवाही है…ये सब देखने के लिए डीएम ने सिर पर कैप, फेस पर मास्क और जैकेट और हाथ में मोबाइल लिए दर्शन के लिए खड़े श्रद्धालुओं के पीछे खड़े हो गए…फिर क्या था…धीरे धीरे लंबी लाइन बढ़ती जा रही थी लेकिन डीएम के कदम रुके नहीं…वो भी दर्शन के लिए आगे चल रहे थे….
अगर किसी तैयारियों की हकीकत जाननी हो तो मैदान में खुद उतरने से पता चलता है…कुछ ऐसा ही करने को ठाना चमोली के डीएम ने….बदरीनाथ धाम में किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए डीएम ने अपनी रणनीति बनाई और तय किया कि…वो किस तरह से बदरीनाथ धाम जाएंगे…पहले कहां लाइन में लगेंगे और दर्शन के बाद क्या करेंगे…ये सब पूरा काम डीएम को देखना था….लिहाजा वेश बदलकर अपनी रणनीति को धार दे दी…और उतर गए खुद मैदान में….दरअसल चारधाम की तैयारियों के मामले में चमोली के डीएम का कोई काम ढीला नहीं होता है…ये बड़े से बड़े अफसर भी जानते हैं….अब जब जमीनी हकीकत जानने की बारी आई तो डीएम ने अपना वेश ही बदल लिया…और तय किया कि वो तैयारियों को जानने के लिए मैदान में खुद उतरेंगे…चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बद्रीनाथ धाम की यात्रा व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए आम श्रद्धालु की तरह यात्रा की….इस दौरान जिलाधिकारी ने बद्रीनाथ धाम में नवीन कतार प्रबंधन प्रणाली के तहत टकन लेकर भगवान के दर्शन किए और उस व्यवस्था में जो सुधार किए जा सकते थे…उसे सुधारने को कहा….इसके अलावा साइनेज, बिजली, पानी, शौचालय जैसी सुविधाओं का भी जायजा लिया और आम श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए उन्हें जो भी कमियां नजर आईं…उसके लिए उन्होंने संबधित अधिकारी को निर्देश दिए….