चारधाम यात्रा 2025 की व्यवस्थाओं के लिए IAS अफसरों को दी गई जिम्मेदारी

मुख्य सचिव के निर्देश के आधार पर चार सीनियर आईएएस अधिकारियों को अलग-अलग धामों में व्यवस्थाओं को लेकर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है।

Share

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 के सरल, सुगम और सुरक्षित संचालन के लिए शासन-प्रशासन तैयारियों को पूरा करने में जुटा है। IAS officers are given the responsibility of Chardham इसी क्रम में शासन ने चारों धामों के लिए आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। मुख्य सचिव के निर्देश के आधार पर चार सीनियर आईएएस अधिकारियों को अलग-अलग धामों में व्यवस्थाओं को लेकर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है। यह अधिकारी मुख्य सचिव को निरीक्षण के बाद अपनी रिपोर्ट देंगे। अधिकारियों को नामित करने का मकसद चारधाम यात्रा में मौजूदा कमियों का आकलन करना है। ताकि समय से पहले ही सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया जाए।

इसमें बीवीआरसी पुरुषोत्तम को गंगोत्री धाम के लिए नामित किया गया है। इसी तरह आर राजेश कुमार को बदरीनाथ धाम की जिम्मेदारी दी गई है। नीरज खैरवाल को यमुनोत्री धाम के लिए नामित करते हुए रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं तो वहीं युगल किशोर पंत को केदारनाथ धाम की जिम्मेदारी की गई है। इन सभी आईएएस अधिकारियों को यह स्पष्ट किया गया है कि सभी अधिकारी सड़क मार्ग के माध्यम से धामों में निरीक्षण करेंगे। ताकि यात्रा मार्ग से लेकर धाम तक की सभी व्यवस्थाओं को बारीकी से जांचा जा सके. इस दौरान स्थानीय लोगों से भी यह अधिकारी विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर बात करेंगे। ताकि सभी बिंदुओं को रिपोर्ट में शामिल किया जा सके।