देहरादून: हाईकोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में राहत नहीं मिलने के बाद सीनियर आईएएस अफसर राम विलास यादव बुधवार दोपहर को विजिलेंस के सामने पेश हुए। वह स्विफ्ट कार से कारगी ग्रांट स्थित विजिलेंस मुख्यालय पहुंचे और सीधे अंदर चले गए। बाहर कार में उनके वकील और ड्राइवर मौजूद हैं। इस दौरान विजिलेंस दफ्तर में तैनात पुलिस कर्मियों ने मीडिया कर्मियों और अन्य लोगों को परिसर से बाहर कर दिया। उत्तराखंड में समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव रामविलास यादव के यहां लखनऊ से लेकर मेरठ, गाजियाबाद और देहरादून में छापेमारी में खूब बेनामी संपत्ति मिल रही है।
विजिलेंस टीम के कई बार बुलाने पर भी यादव पेश नहीं हुए, लेकिन यादव ने याचिका में कहा, वह अपना पक्ष रख पाते, इससे पहले ही सरकार की बनाई गई कमेटी भंग कर दी गई।नैनीताल हाईकोर्ट में मंगलवार को मामले को सुनने के बाद वरिष्ठ न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ ने सरकार से 23 जून तक स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए हैं। कोर्ट ने यादव से कहा है कि वह कल (बुधवार) तक अपने बयान विजिलेंस के सामने दर्ज कराएं। जिसके चलते आज आईएएस रामविलास यादव विजिलेंस के सामने पेश हुए।
उनके अधिवक्ता अभिनव शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के पालन में राम विलास यादव विजिलेंस दफ्तर में बयान दर्ज करने आए हैं। संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने आए हैं। गिरफ्तारी पर रोक लगाने के संबंध में अभी सुनवाई होनी है। उन्होंने कहा कि जब विजिलेंस की ओर से उनसे पत्राचार किया गया, उन्होंने उसका जवाब दिया और पेश नहीं होने का कारण बताया है।