देहरादून: उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आ रही है। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में कानूनी शिकंजे में फंसे रिटायर्ड उत्तराखंड आईएएस रामविलास यादव से पुलिस रिमांड में पूछताछ शुरू कर दी गई है। विजिलेंस उनको सुबह करीब ग्यारह बजे सुद्धोंवाला जेल से लायी। जिसके बाद उनका कोरोनेशन अस्पताल में मेडिकल कराया गया। जहां वे पूरी तरह फिट पाए गए। उनका बीपी,शुगर सब सामान्य मिला। हालांकि थोड़ा तनाव जरूरी उनकी बाडी में दिख रहा था।
देहरादून के विजिलेंस मुख्यालय में यादव से संपत्ति जांच से जुड़े दस्तावेजों पर सवाल पूछे जा रहे हैं. विजिलेंस टीम को पूछताछ के लिए कोर्ट से एक दिन की रिमांड मिली है। विजिलेंस उनसे पूछताछ में उनकी आय से करीब सवा पांच सौ प्रतिशत ज्यादा अर्जित संपत्ति के बारे में पूछताछ कर रही है। इसके लिए जो सवाल उनसे गिरफ्तारी से पहले पूछे गए थे वही पूछे जा रहे हैं। वहीं, रामविलास यादव के वकील अभिनव शर्मा का कहना है कि बिना उनके पक्ष को सुने ही विजिलेंस को कोर्ट से रिमांड दी गई है। वकील अभिनव शर्मा का कहना है कि केस को दूसरी बेंच में शिफ्ट करने की मांग की जाएगी।
सीओ अनुषा बडोला ने बताया कि शाम पांच बजे तक उनसे पूछताछ की जाएगी। इसके बाद उन्हें वापस जेल भेजा जाएगा। गौर हो कि उत्तराखंड के 22 वर्षों के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी आईएएस को गिरफ्तारी के बाद जेल भेजा गया हो। फिलहाल, रामविलास यादव न्यायिक हिरासत में 14 दिन की जेल काट रहे हैं। 6 जुलाई 2022 को उनकी कोर्ट में पेशी है। इससे पहले ही विजिलेंस रिमांड पर लेकर यादव से जांच से जुड़े अहम दस्तावेजों पर पूछताछ कर रही है।
बता दें कि आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में 522 गुना अधिक संपत्ति को लेकर उत्तराखंड की विजिलेंस रामविलास यादव के खिलाफ जांच कर रही है। 11 जून 2022 को विजिलेंस की टीम ने उत्तराखंड से लेकर यूपी के लखनऊ, गाजीपुर जैसे कई स्थानों में छापेमारी कर रामविलास की कई संपत्तियों का खुलासा किया था। इस पूरे मामले में रामविलास अभी तक पूछताछ और जांच में विदेश का सहयोग नहीं कर रहे थे। यही कारण था कि उन्हें 23 जून 2022 को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।