हरिद्वार: कांवड़ लेकर आना है तो इन चीजों का रखे विशेष ध्यान, इन चीजों पर है प्रतिबंध

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Kanwar Yatra 2022: कांवड़ मेले की विधिवत शुरुआत 14 जुलाई आज से शुरू हो गई है। लेकिन हरकी पैड़ी से गंगा जल लेने के लिए कांवड़ियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। सोमवार से ही कांवड़ पटरी पर काफी संख्या में कांवड़ियों की आवाजाही बनी रही। देश का माहौल इन दिनों खासा खराब चल रहा है। तमाम राज्यों में धर्म के नाम पर अशांति का माहौल बना हुआ है। ऐसे में दिल्ली से लेकर हरिद्वार तक पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो गया है। कांवड़िये अपने साथ क्या-क्या लेकर जा सकेंगे। उस रास्ते पर कैसी व्यवस्था होगी? आदि बातों को लेकर गाइडलाइंस जारी की गई है।

कांवड़ यात्रा को लेकर उच्चाधिकारी विशेष सतर्कता बरत रहे हैं। जिसके मद्देनजर इस बार कांवड़ पदयात्रा के दौरान तेज आवाज में लाउडस्पीकर और डीजे नहीं बजाया जा सकेगा। निर्धारित आवाज के साथ ही शिवभक्त भजनों का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा कांवडिया अपने साथ अस्त्र या शस्त्र लेकर नहीं जा सकेंगे। नियम उल्लंघन कर कार्रवाई तक होगी। एसपी दीपक भूकर ने बताया कि कोरोना के चलते दो साल बाद कांवड़ यात्रा का आयोजन हो रहा है। श्रद्धालुओं में भी कांवड़ यात्रा को लेकर काफी उत्साह है। श्रावण के महीने में कांवड़ या जल लाने वाले कांवड़िया और श्रद्धालु शिव मंदिरों तक पदयात्रा करते हैं। पदयात्रा के दौरान धार्मिक भजन और संगीत बजाने के साथ ही कई बार नारेबाजी भी होती है।

खुफिया विभाग से उच्चाधिकारियों को इनपुट मिला है कि पदयात्रा में लाउडस्पीकर, डीजे बजाने और नारेबाजी करने से तनाव उत्पन्न हो सकता है। इसके चलते कांवड़ यात्रा में कांवड़िया और शिविरों में श्रद्धालु निर्धारित सीमा से अधिक आवाज में लाउडस्पीकर या डीजे नहीं बजा सकेंगे। उल्लंघन करने पर इन्हें जब्त करने के साथ ही मालिक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कांवड़ यात्रा के दौरान वाहनों में मनचाहा बदलाव किया जाता है। लेकिन इस पर भी पांबदी लगा दी गई है। एसपी ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान अस्त्र-शस्त्र साथ ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। कावड़िया अपने साथ लाठी-डंडे, नुकीले भाले समेत तमाम तरह के हथियार लेकर नहीं जा सकेंगे। ऐसा करने वाले कांवड़ियों को प्रतिबंधित किया जाएगा। किसी भी हाल में कानून और शांति व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।