देहरादून में आज किसानों ने महापंचायत की. किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत भी किसानों की महापंचायत में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे। दरअसल किसान बीजेपी की केंद्र सरकार से खफा हैं। वह इस बात को लेकर आक्रोशित हैं कि किसानों के लिए केंद्र सरकार ने जो वादे किये थे उन्हें पूरा नहीं किया गया। और इसी के चलते महापंचायत कर रहे हैं। किसानों की मुख्य मांगे हैं, सभी फसलों एमएससी की गारंटी सरकार दे। इसके अलावा किसान लगातार कर्ज माफी की मांग भी कर रहे हैं।
किसान नेता नरेश टिकैत ने कहा कि उत्तराखंड में उत्तर प्रदेश से भी अधिक हालात किसानों के खराब हैं। ना तो उन्हें गन्ने का समय से बकाया भुगतान मिल रहा है। न हीं उनकी जमीन का उचित मुआवजा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान आखिर कब तक सड़क पर बैठे। नरेश टिकैत ने कहा कि आज किसानी घाटे का सौदा हो गया है लेकिन सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है। किसानों की फरियाद सुनने वाला आज कोई नहीं है।
नरेश टिकैत ने कहा कि इस सरकार ने किसानों की अनदेखी की है। देश आज बारूद के ढेर पर खड़ा है। वहीं किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत ने किसानों के अलग-अलग संगठनों से संगठित होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज इन सभी संगठनों को एक होने की जरूरत है। यदि हम अलग-अलग हुए तो किसानों का ही घाटा होगा। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखी जाए, आंदोलन हिंसक नहीं होना चाहिए। महापंचायत के बाद किसानों ने अपनी मांगों को लेकर प्रशासन को पत्र सौंपा और जल्द से जल्द मांगों पर उचित निर्णय की उम्मीद जताई।