हरिद्वार में किन्नर समाज ने श्मशान घाट पर खेली मसाने की होली, चिताओं की राख एक-दूसरे को लगाकर मनाई

हरिद्वार में किन्नर अखाड़े ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर मसाने की होली खेली। इस दौरान किन्नर समाज के लोगों ने श्मशान में चिताओं की राख और रंग से होली मनाई।

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होली का उल्लास और रंग नजर आने लगे हैं। हर तरफ होली के रंगों में लोग जमकर उत्साह के साथ होली खेल रहे हैं। धर्मनगरी नगरी हरिद्वार भी होली के रंग में रंगा नजर आ रहा है। Haridwar Kinnar Mashane Ki Holi इसी कड़ी में किन्नर अखाड़े ने खड़खड़ी श्मशान घाट पर मसाने की होली खेली। इस दौरान किन्नर समाज के लोगों ने श्मशान में चिताओं की राख और रंग से होली मनाई। शमशान में चिताओं के सामने किन्नरों को होली खेलता देख लोग आश्चर्य चकित रह गए। किन्नर समाज का कहना है कि आम लोग घरों में होली खेलते हैं, लेकिन किन्नर समाज मसान पूजते हैं। ऐसे में वो शमशान घाट में ही चिता के आगे होली खेलते हैं।

महामंडलेश्वर के नेतृत्व में देवी की मूर्ति को सिर पर धारण किए गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते हुए श्मशान घाट पहुचे, जहां विधि-विधान के साथ पारंपरिक तरीके से पूजा की गई और होली खेली गई। बाद में गंगा पर जाकर होली खेली गई। मसाने की होली, आम होली के एक दिन पहले मनायी जाती है और इसमें लोग मसानों पर इकट्ठा होकर होली मनाते हैं। इस दौरान रंग, गुलाल और पानी के साथ होली खेली जाती है और साथ ही साथ पारंपरिक गीत और नृत्य भी किया जाता है।