देहरादून: उत्तराखंड में आयकर विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी से हड़कंप मच गया है। गुरुवार की सुबह से शुरू हुई इनकम टैक्स रेड के बाद प्रॉपर्टी डीलर व भू माफिया के बीच खलबली मच गई। एडिशनल डायरेक्टर ठाकुर मपवाल और डिप्टी डायरेक्टर रितेश भट्ट के नेतृत्व में छापे की कार्रवाई की गई है। तीन दिन तक शहद रियल एस्टेट हार्डवेयर और सराफा कारोबारियों पर चली आयकर की छापेमारी में 200 करोड़ की गड़बड़ी पकड़ी है।
कारोबारियों के देहरादून, सहारनपुर, ऋषिकेश व दिल्ली में 30 से अधिक ठिकानों पर की गई जांच में आयकर विभाग ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की कराधान संबंधी गड़बड़ी पकड़ी है। आयकर की इन्वेस्टिगेशन विंग ने छापे की यह कार्रवाई देहरादून में 11, सहारनपुर में 13, ऋषिकेश में छह और दिल्ली में तीन ठिकानों पर की। करीब 200 अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने सभी ठिकानों पर 26 नवंबर की सुबह एक साथ छापा मारा। इस दौरान बड़े पैमाने पर आय-व्यय के दस्तावेज जब्त किए गए।
वहीं विभागीय अधिकारियों ने छापे को लेकर कोई भी जानकारी देने से साफ मना कर दिया। उत्तराखंड के इन्वेस्टिगेशन विंग की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। इसमें न सिर्फ बड़े पैमाने पर नकदी जब्त की गई, बल्कि ज्वेलरी भी कब्जे में ली गई। इस कार्यवाही में कई बड़े उद्योगपतियों के नाम शामिल हैं जिनमें मंजीत जौहर, राज लंबा, मेहता बर्दस, भाटिया, नवीन कुमार मित्तल, नितिन गुप्ता जैसे कई नाम शामिल हैं।