‘उत्तराखंड में वोटिंग से पहले डर गई सत्ता? आधी रात को छापेमारी ने खोल दिए राज मच गया हड़कंप! दोस्तो एसा किया हुआ होगा बल कि कुमाउं में कांग्रेस नेताओं को यहां आधी रात को पुलिस को पहुंचना पड़ा। दगड़ियों छापा ही नही पड़ा और भी ना जाने क्या-क्या हुआ। Government Scared Before Voting In Uttarakhand उत्तराखंड की सियासत ने बल अब वो सब सीख लिया है पहले दूसरे राज्यों ये खूब होता था कि उसको उधर एस इधर लो जो नहीं आए उसको धमकाओं मनाओ कैसे ना कैसे अपने साथ अपने फायदे के लिए उसे लेआओ अब ऐसा ही कुछ उत्तराखंड में खूब हो रहा है। खैर आगे इस पर बात होगी। आपको बताउंगा कि कैसे लूटरी होती राजनीती ने प्रदेश को नुकसान पहुंचाया है लेकिन खबर क्या है। खबर ये है कि एक तरफ जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुख का चुनाव और इस चनाव से पहले कांग्रेस नेताओं के यहां खूब छापे मारी हुई। अब इस छापेमारी में पलिस क्या खोज रही होगी और क्या मिला होगा बल कोई बताएगा नहीं लेकिन वोटिंग से पहले इस छापे मारे के सच को मै बताने आया हूं। दगडियो बुधवार रात आधी पुलिस फोर्स ने नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के होटलों में छापे मारे। इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप मच गया और दोस्तो बताया ये जा रहा है कि यह कार्रवाई कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी के पति लाखन सिंह नेगी की गिरफ्तारी के लिए की गई थी लेकिन एक घंटे की सघन तलाशी के बाद पुलिस को बैरंग लौटना पड़ा। अब क्या इसी लिए आधी रात को आना पडा कि लाखन सिंह नेगी गिरफ्तारी करने के लिए छापा पडा था या पिर और कुछ और बात थी।
इसपर आगे बात करूंगा और बताउंगा कि सियासी तौर पर एक नया शब्द गढा गया है। सियासी किडनेपिंग खैर दिन बुधवार रात करीब 10 बजे हल्द्वानी पुलिस पूरे दल बल के साथ आरटीओ रोड स्थित नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के प्रतिष्ठान रिया पैलेस और नैनीताल रोड स्थित हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के होटल सौरभ में छापे मारने पहुंचती है। छापा ही नहीं पडा हुत कुछ हुआ पहले आप सुनिये नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को। दोस्तो यशपाल आर्य बारिश में पप्रदेश की गर्म होती सियासत को बता रहे हैं शायद लेकिन सीओ, कोतवाल और चौकी प्रभारी समेत भारी संख्या में पुलिस बल के साथ आए अधिकारियों ने होटलों के एक-एक कमरे की तलाशी ली। करीब एक घंटा होटल में छानबीन के बाद 11 बजे पुलिस फोर्स वापस लौट जाती है लेकिन ना ही अपने साथ कुछ लेजाती है..र ना ही कुछ बताती है जब जोर कोतवाल पर पडता है तो वो यानि कि राजेश यादव ने बताते हैं कि एक वारंटी की गिरफ्तारी के लिए होटलों में छापेमारी की कार्रवाई की गई। हालांकि, पुलिस का कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बचता दिखा और अभी बी कोई कुछ नहीं बोल रहा है। उधर, कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश और पूर्व विधायक संजीव आर्य ने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी के पति लाखन सिंह नेगी को एक पुराने मुकदमे में गिरफ्तार कर राजनीतिक दबाव बनाना चाहते थे। जबकि, इसी मामले में लाखन नेगी की गिरफ्तारी पर बुधवार को ही हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है, जिसके आदेश की प्रति छापेमारी के दौरान नैनीताल एसएसपी को भेजने के बाद पुलिस टीमें होटलों से वापस लौटी।
अब दोस्तो यहां सवाल ये है कि जिस व्यक्ति की गिरप्तारी पर कोर्ट ने रोक लगा दी हो। क्या उसकी जानकारी पुलिस को नहीं होगी बल ऐसा केसे हो सकता है लेकिन फिर भी पुलिस उस व्यक्तिकी गिरफ्तारी की बात करती है। दोस्तो जहां कांग्रेस इस छापे मारी को लेकर तल्ख तेवरों में बीजेपी और उत्ततराखंड सरकार को घेर रही है वहीं कांग्रेस का ये कहना है कि वो डरने वाले नहीं हैं। दोस्तो अब आपको बताता हूं इस छापेमारी का सच क्या है। जिला पंचायात अध्यक्षो की कुर्सी की ये जंग लगती है जो कांग्रेस भी कह रही है। संजीव आर्य ने कहा कि गुरुवार को कांग्रेस पूर्ण बहुमत प्राप्त करेगी इन छापों से कांग्रेस कतई डरने वाली नहीं है। छापेमारी भाजपा की हार की बौखलाहट। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वोट देने जा रहे कांग्रेस के 6 से 7 जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण करने की कोशिश की गई। घटना में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ धक्का-मुक्की और पूर्व विधायक संजीव आर्य व हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश के साथ मारपीट का आरोप भी लगा है। कांग्रेस का दावा है कि यह हमला सिविल ड्रेस में आए लोगों ने किया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही। यशपाल आर्य के फेसबुक पेज पर यह पूरा घटनाक्रम लाइव प्रसारित हो रहा है।
कांग्रेस प्रत्याशी पुष्पा नेगी ने आरोप लगाया कि इस झड़प में उनके पति पर भी हमला हुआ, साथ ही कई कांग्रेस सदस्यों के कपड़े तक फाड़ दिए गए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा किसी भी तरह चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है,प्रितम सिंह की बाइट लगाईये गा आजा आ रखी है लेकिन दोस्तो कांग्रेस आरोप लगा रही है कि सरकार की बौखहालट छापेमार कार्रवाई के रूप में सामने आ गई है। वह सरकार के इशारे पर हुई इस पुलिस कार्रवाई को साधूवाद देते हैं और वह सदैव इस पल को याद रखेंगे साथ ही कहा कि उच्च न्यायालय ने जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव को पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से कराने का आदेश जारी किया और लाखन नेगी को अग्रीम जमानत दे दी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य बोले, बदलाव चाहती है जनता पंचायत चुनाव में भी कांग्रेस को बड़ा जनादेश मिला है, जिसे भाजपा सरकार बर्दाश्त नहीं कर पा रही। अब इस पर बीजेपी का क्या हना है। खैर 2027 में कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है, सबका हिसाब होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव से पहले हाईप्रोफाइल ड्रामा, भाजपा और पुलिस कर्मियों पर वोट देने जा रहे मेंबर को किडनैप का आरोप तक लग गया।