चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में भू-धंसाव किसी बड़ी अनहोनी की आहट दे रही है। यहां दिनोंदिन भवनों पर पड़ी दरारों का आकार बढ़ता ही जा रहा है। अब यहां धरती फाड़कर जगह-जगह से पानी निकलने लगा है। ऐसी घटनाएं मारवाड़ी में देखने को मिली हैं। यहां जमीन धंसने ने जेपी कंपनी के मकानों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे ये पूरी कॉलोनी खाली करा ली गई है। रास्ता टूट गया है। यहां जमीन में जगह-जगह से पानी भी निकलने लगा है। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि सोमवार रात अचानक इस कॉलोनी में बने घरों में दरारें आ गईं और कल दोपहर बाद यहां से पानी निकलने लगा। पानी को देखकर ऐसा लग रहा है कि मानो कहीं अचानक अतिवृष्टि हो गई हो। इस घटना से पूरा जोशीमठ सहमा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक जोशीमठ के मारवाड़ी में पिछले कई महीनों से भूस्खलन की घटनाएं हो रही थीं, जिसके बाद अचानक बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग-58 से लगे जयप्रकाश पावर प्रोजेक्ट की कॉलोनी के अंदर से पानी दीवारों के अंदर से और जमीन के अंदर से फूटकर निकलने लगा। मामले की जानकारी होने के बाद प्रशासन की टीम पहुंची और मामले को संज्ञान में लिया। प्रशासन ने 16 परिवारों को नगरपालिका प्राथमिक विद्यालय और अन्य जगह पर शिफ्ट कर दिया है। जोशीमठ में पिछले कुछ दिनों बहुत तेजी से नुकसान में इजाफा हुआ है। इस पर त्वरित करवाई करने की जरूरत है। वहा के स्थानीय लोग भी लगातार अपनी आवाज उठा रहे हैं। यह इलाका समुद्र तल से करीब छह हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है और सिस्मिक जोन 5 में आता है। यानी प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से काफी संवेदनशील है। यहां पिछले कुछ दिनों में भूधंसाव में काफी तेजी आई है।