Uttarakhand Politics: उत्तराखंड में पेपर लीक मामले की जांच अभी चल रही है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अब रिश्वतखोरी के नए आरोप लगाकर इस मुद्दे को तूल दे दिया है। हरीश रावत ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड में भी भर्तियों में बंगाल की भांति खेल किया जा रहा है। भाजपा सरकार भर्तियों में जमकर कट ले रही है। हरीश रावत ने मीडिया से बातचीत में सरकारी विभागों में भर्तियों को लेकर प्रदेश की धामी सरकार को निशाने पर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार नियुक्तियों के माध्यम से पैसा कमा रही है। यह चिंताजनक स्थिति है।
भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में नियुक्तियों में गड़बड़ी का एक मामला आया था, जिसके बाद उन्होंने फौरन अध्यक्ष को आयोग से हटा दिया गया था, लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार नियुक्तियों में गड़बड़ी करने वालों का पोषक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि अगर चयन बोर्ड को स्वतंत्र रूप से काम नहीं करने देंगे और निष्पक्ष नियुक्ति नहीं करेंगे, तो हालात यही होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रतिनिधि भ्रष्टाचार में लिप्त होकर युवाओं की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। उत्तराखंड में भर्ती घोटालों की लंबी सूची है। सच को सामने लाने के लिए सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड में भर्तियों में बंगाल की भांति ही खेल हो रहा है। बता दें, UKSSSC पेपर लीक मामले पर एसआईटी जांच में जुटी हुई है। इस पूरे मामले को लेकर सरकार की खूब किरकिरी हुई है। यह पहला मौका नहीं है जब भाजपा सरकार पर नियुक्तियों को लेकर गड़बड़ी के आरोप लगे हों, इससे पहले भी इस सरकार में गड़बड़ी के आरोप लगते रहे हैं। ऐसे में अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कह रहे हैं कि रोजगार को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए जो भी कदम उठाने होंगे सरकार द्वारा उठाए जाएंगे।