Haridwar News: हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के मामले में यूपी शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। जितेंद्र त्यागी शुक्रवार को हरिद्वार की एक अदालत में आत्मसमर्पण करने पहुंचे। अदालत ने जितेंद्र नारायण त्यागी को रोशनाबाद स्थित जेल भेजा है। जिला जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से त्यागी जेल में अलग बैरक में रहेंगे।
जितेंद्र नारायण त्यागी को कुछ कट्टरपंथियों से खतरा है, इसको देखते हुए न्यायालय ने इनकी सुरक्षा का आदेश भी दिया है। जितेंद्र नारायण त्यागी ने कहा कि चार महीने जेल में रहा, मैंने उन गुनाहों का पश्चाताप कर रहा हुं जो मैंने कभी किया ही नहीं। क्योंकि मैं एक हिंदू हूं और मैं इस पर गर्व करता हूं। मुझे मेरी जान का भी खतरा है, क्योंकि जो कहते हैं सर तन से जुदा वो मारना ही जानते हैं। खतरा हर जगह है और जब तक मैं जिंदा हूं तब तक खतरा बना ही रहेगा।
बता दे, उत्तरी हरिद्वार के वेद निकेतन में 17 से 19 दिसंबर 2021 को धर्मसंसद हुई थी। इसमें कई प्रमुख संतों के अलावा जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी भी शामिल हुए। त्यागी ने धर्म विशेष के खिलाफ विवादित भाषण दिया था, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 27 दिसंबर को शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने 13 जनवरी 2022 को त्यागी को नारसन बॉर्डर से गिरफ्तार किया था। बाद कोर्ट में पेश कर जेल भेजाा था।
सुप्रीम कोर्ट ने जितेंद्र त्यागी को मेडिकल ग्राउंड पर 17 मई को तीन महीने की अंतरिम जमानत दी थी। उनके वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कोर्ट को बताया था कि त्यागी हृदय रोग समेत कई बीमारियों से पीड़ित हैं। अंतरिम जमानत की अवधि पूरी होने पर सुप्रीम कोर्ट ने 29 अगस्त को त्यागी को दो सितंबर तक हरिद्वार जेल में सरेंडर करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जितेंद्र नारायण त्यागी ने शुक्रवार को सीजेएम की अदालत में आत्मसमर्पण किया।