उत्तराखंड के रहने वाले… भारत की बात सुनाने वाले… अजीत डोभाल का जबड़ा फैन हो गया अमेरिका
अमेरिका में ये बात फैल चुकी है… सबकी जुबां पर यही बात है… उत्तराखंड के गांव का लड़का आज ‘दुनिया की संपत्ति’ बन गया है
डोभाल की अहमियत ना सिर्फ भारत बल्कि अब दुनिया के लिए भी है… डोभाल का फैन बना अमेरिका के एक कद्दावर शख्स
अजीत डोभाल ये नाम ऐसा है… जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे विश्वसनीय लोगों की लिस्ट में पहले नंबर पर है… वो इतनी साफगोई से भारत की सुरक्षा को मजबूती देने पर काम कर रहे हैं… किसी को भनक लगती नहीं है बस काम होता जा रहा है… उत्तराखंड के रहने वाले अजीत डोभाल स्पाई वर्ल्ड के लिए जेम्स बॉन्ड सरीके हैं… जो देश के दुश्मनों से निपटते हैं… कि वो गुमनाम हो जाता है… लेकिन इसकी भनक किसी को लगती ही नहीं… अजीत डोभाल देश जितने बड़े नाम हैं… उतने ही उनकी जिंदगी आम आदमी की तरह है… एक बेहद ही साधारण जिंदगी से वो देश के लिए बेहद ही खास काम करते हैं… अब उन्ही अजीत डोभाल का अमेरिका फैन हो गया है… उसे दुनिया के लिए संपत्ति करार दे रहे हैं… ये बात कोई और नहीं कह रहा है… बल्कि अमेरिका कह रहा है…
दरअसल भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक ग्रैसिटी यहां के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के फैन हो गए हैं… ग्रैसिटी ने डोभाल को ‘अंतरराष्ट्रीय संपत्ति’ बता दिया… ग्रैसिटी ने डोभाल के बारे में कहा कि
उत्तराखंड के एक गांव का लड़का अब सिर्फ भारत नहीं, बल्कि दुनिया की संपदा बन गया है GFX OUT
ग्रैसिटी ने डोभाल की तारीफ में ये बातें महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों पर भारत-अमेरिका की पहल की मीटिंग को संबोधित करते हुई कहीं… ग्रैसिटी ने भारत की तरक्की की तारीफ करते भी नहीं अघाए… उन्होंने यहां के डिजिटल पेमेंट सिस्टम यूपीआई की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज गांव-गांव में एक चाय वाला भी सरकार से भेजे गए पूरे पैसे अपने मोबाइल पर ही पा लेता है… भारत में उनसे किसी ने कहा कि दुनिया 4जी, 5जी और 6जी की बातें करती है, लेकिन भारत में इन सबसे भी ताकतवर चीज है और वह है- गुरुजी…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी महीने अमेरिका की राजकीय यात्रा से पहले वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवान नई दिल्ली के दो दिवसीय दौरे पर हैं…पीएम मोदी और एनएसए अजित डोभाल से अमेरिका के NSA ने मुलाकात की… दोनों एनएसए के बीच आपसी हितों के विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत हुई… सुलीवान के साथ अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और अमेरिकी उद्योग जगत के बड़ी शख्सियतों का एक दल भी भारत आया है…
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और उनके अमेरिकी समकक्ष जैक सुलीवान ने भारत-अमेरिका के आपसी हितों के सेकंड ट्रैक 1.5 डिस्कोर्स में भाग लिया जिसका आयोजन भारतीय उद्योग संघ ने किया… इसके पहले एडिशन का आयोजन वॉशिंगटन में यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इसी वर्ष 30 जनवरी को किया था… अमेरिकी एनएसए अपने दौरे के दूसरे दिन भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर एवं भारत सरकार की कई अन्य प्रमुख शख्सियतों से मिलेंगे…पीएम मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा में भारत-अमेरिका के बीच होने वाले समझौतों की रूपरेखा तय करने के लिए अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी दिल्ली आ चुके हैं… उन्होंने भी एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की थी… उनकी मीटिंग में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा के साथ-साथ भारत-अमेरिका के बीच अत्याधुनिक सैन्य तकनीक के आदान-प्रदान की रूपरेखा पर चर्चा हुई थी… इसका मकसद मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसी योजनाओं में अमेरिका के योगदान के आयाम तलाशना था.. अब अभी तो जो भी बात बताई… उसमें एक बात कॉमन हैं… पीएम मोदी से मिलने से पहले अमेरिका को क्लीयरेंस NSA अजीत डोभाल से ही लेना पड़ता है… अजीत डोभाल से ही पहले बात करनी होती है… अजीत डोभाल ने ओके कहा… तो समझिए पीएम मोदी भी ओके कहेंगे…