जोशीमठ के अस्तित्व पर आए संकट का मुद्दा संसद में उठा। उत्तराखंड के गढ़वाल से बीजेपी के सांसद तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम के कारण, पानी रिसने के कारण भू-धंसाव हुआ। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से इतना माहौल बनाया गया जैसे जोशीमठ खतम हो जाएगा, उसका अस्तित्व मिट जाएगा। गढ़वाल के बीजेपी सांसद ने इसे सत्य से परे बताया और कहा कि जोशीमठ में कुछ होटल, घर में दरारें आई थीं। उन्होंने दावा किया कि जोशीमठ में जनजीवन सामान्य है। वहां अब भी पहले की तरह बाजार लग रहे हैं। तीरथ सिंह रावत ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा कि केंद्रीय कमेटी भी वहां गई थी और सिफारिशें सौंपी हैं जिनको लेकर कार्य किया जाएगा।
तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि ये बातें इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि जब दो महीने बाद केदारनाथ यात्रा शुरू हो तब किसी तरह का भय का माहौल न बने। तीरथ सिंह रावत ने दावा किया कि जोशीमठ में हालात सामान्य हैं और भयभीत होने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि जोशीमठ में भू-धंसाव के कारण सैकड़ों घरों में दरार आ गई थी। कई घर और होटल के बीच की दूरी कम हो गई थी और वे एक-दूसरे के अधिक करीब आ गए थे। राज्य सरकार ने उच्चस्तरीय कमेटी की सिफारिश के आधार पर इन्हें ध्वस्त कराने का निर्णय लिया और लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।