देहरादून: यूकेएसएसएससी (UKSSSC) पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ की सख्त कार्रवाई जारी है। पुख्ता साक्ष्यों और बयानों के आधार पर रामनगर न्यायालय, जिला नैनीताल के कनिष्ठ सहायक को गिरफ्तार किया है। आराेपी की पहचान कनिष्ठ सहायक हिमांशु कांडपाल के रूप में हुई है। एक दिन पहले भी एसटीएफ ने नैनीताल से एक न्यायिक कर्मचारी को गिरफ्तार किया था।
आरोपी द्वारा अपने सगे जीजा मनोज जोशी(पीआरडी) के माध्यम से अन्य अभियुक्त महेंद्र चौहान एवं दीपक शर्मा के साथ मिलकर परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र लीक कर एग्जाम क्लियर कराया गया था। सूत्रों की बात मानें तो रामनगर स्थित उत्तराखंड बोर्ड कार्यालय के एक कर्मचारी भी एसटीएफ की रडार पर है। इस मामले में एसटीएफ अब तक तीन न्यायिक कर्मचारी, एक पुलिस कर्मचारी और दो उपनल कर्मियों सहित 13 आरोपित को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुख्ता साक्ष्य और बयानों के आधार पर एसटीएफ ने मंगलवार को रामनगर से न्यायिक कर्मचारी हिमांशु कांडपाल को गिरफ्तार किया है। वह मौजूदा समय में रामनगर में सरकारी आवास पर रह रहा था। वह पेपर लीक मामले में पूर्व में गिरफ्तार मनोज जोशी का जीजा है। आरोपित ने अपने जीजा, महेंद्र चौहान और दीपक शर्मा के साथ मिलकर पेपर लीक कर परीक्षार्थियों को तैयारी करवाई थी। सूत्रों के अनुसार पूरे मामले में मनोज जोशी का बड़ा हाथ सामने आ रहा है। क्योंकि वह 2015 से आयोग में तैनात था और 2018 में आयोग ने उसे हटा दिया। इसके साथ ही पीआरडी की ओर से उसे निष्कासित कर दिया गया। आशंका है कि इससे पहले भी पेपर लीक करने में उसका हाथ हो सकता है।