Karnaprayag News : गढ़वाल की Mudra Gairola ने UPSC में दोबारा पाई सफलता । Uttarakhand News

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उत्तराखंड की इस होनहार बेटी की कहानी युवाओं को प्रेरित कर देगी
यूपीएससी की तैयारी कर रहे हर युवा को कर्णप्रयाग की इस बेटी की कहानी जरूर जाननी चाहिए
पिता बीमारी के चलते नहीं दे पाए UPSC का इंटरव्यू तो बेटी ने कर लिया फैसला
बेटी ने ठान लिया कि करना है पिता का सपना पूरा और पास कर ली UPSC की परीक्षा

सोचिए….एक पिता का सपना उसकी बेटी पूरा करे तो वो पिता कितना खुशनसीब होगा…जिस शख्स का बीमारी के चलते यूपीएससी का इंटरव्यू छूट जाए…उसे जिदंगीभर कितना अफसोस रहेगा लेकिन अगर उसकी बेटी यूपीएससी की परीक्षा में 153वीं रैंक लाकर पास कर ले तो उसका जिंदगीभर का अफसोस जाता रहेगा…आज हम बात करेंगे उत्तराखंड की इस होनहार बेटी की जिसने यूपीएससी की परीक्षा लगातार दूसरी बार पास की है और वो भी बेहतर रैंक के साथ और अपने पिता का एक अधूरा सपना भी पूरा कर दिया है….चलिए आपको बताते हैं कि उत्तराखंड की ये होनहार बेटी किस इलाके से आती है और उसने यहां तक पहुंचने में किन मुश्किलों का सामना किया है…बताएंगे आपको पूरी खबर बस आप हमारे इस वीडियो को आखिर तक देखते रहें….
उत्तराखंड की ये होनहार बेटी कर्णप्रयाग की रहने वाली है जिसका नाम मुद्रा गैरोला है…जिन्होंने 153वीं रैंक हासिल कर उत्तराखंड और अपने जिले को गौरवान्वित किया है। मुद्रा के घर पर इस वक्त बधाई देने वालों का तांता लगा है। अब वो आईएएस बनकर देश की सेवा करेंगी। मुद्रा ने साल 2022 में भी सफलता हासिल की थी, तब उन्हें 163 रैंक हासिल हुई थी। उनका चयन आईपीएस में हुआ था। UPSC की तैयारी करने वाले हर शख्स का सपना आईएएस बनना होता है, और मुद्रा भी यही चाहती थीं और फिर से पढ़ाई में जुटी और मनचाही सफलता पा ली….
वहीं अपनी बेटी की सफलता पर मुद्रा गैरोला के पिता अरुण गैरोला बताते हैं कि

उनकी बेटी बचपन से ही टॉपर थी. मुद्रा ने 10वीं में 96 प्रतिशत व 12वीं क्लास में 97 प्रतिशत नंबर स्कोर किए थे
स्कूल खत्म करने के बाद मुद्रा ने मुंबई से डेन्टल की पढ़ाई की. BDS में भी मुद्रा गोल्ड मेडलिस्ट रहीं
डिग्री पूरी करने के बाद वो दिल्ली आईं और MDS में एडमिशन ले लिया.
इसी बीच उन्होंने अपना ध्यान UPSC की तरफ लगाया और तैयारी शुरू कर दी
UPSC की 2018 परीक्षा में मुद्रा इंटरव्यू तक पहुंची लेकिन फाइनल सेलेक्शन नहीं हो पाया
साल 2019 के अटेम्प्ट में मुद्रा ने फिर से इंटरव्यू दिया. इस बार भी वो लिस्ट में जगह नहीं बना पाईं
मुद्रा 2020 की UPSC सिविल सर्विसेज एग्जाम में मेंस की स्टेज तक पहुंची. फाइनली साल 2021 की परीक्षा में मुद्रा ने 165 वीं रैंक हासिल की और वो IPS बनी
और इस बार मेहनत रंग लाई और उनकी रैंक पहले से भी बेहतर हुई इस बार मुद्रा की 153वीं रैंक आई

इस बार मुद्रा की रैंक काफी अच्छी आई है हो सकता है इस बार उन्हें मनपसंद सर्विस और कैडर दोनों मिल जाएं
अपनी बेटी की सफलता पर मुद्रा के पिता एक और बात बताते हैं कि उनका सपना था कि उनकी बेटी IAS बने…दरअसल अरुण गैरोला भी सिविल सेवा में जाना चाहते थे. अरुण ने साल 1973 में UPSC की परीक्षा दी थी. उस वक्त वो इंटरव्यू में बाहर हो गए थे. अरुण ने 1974 में फिर से परीक्षा दी. लेकिन बीमारी के कारण वो इंटरव्यू नहीं दे पाए. अरुण कहते हैं कि उनकी बेटी ने उनका सपना पूरा कर दिया है…और आज वे बेहद खुश हैं…वैसे मुद्रा गैरोला के पिता ही नहीं इलाके के सभी लोग खुद को गौरान्वित महसूस कर रहे हैं….
बतादें सिविल सर्विसेज 2022 की परीक्षा के प्रिलिम्स एग्जाम में 5 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स बैठे थे. सितंबर 2022 में हुआ मेंस एग्जाम कुल 13 हजार 90 कैंडिडेट्स ने दिया था. इसमें कुल 2 हजार 529 कैंडिडेट्स सफल हुए थे. इन्हें इंटरव्यू यानी पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए बुलाया गया था. ये टेस्ट इस साल जनवरी से मई के बीच आयोजित कराए गए थे