हरिद्वार: केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में सोने की परत की गुणवत्ता और किन्नर की ओर से नोट उड़ाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। कांग्रेस ने जहां इस मामले की एसआईटी जांच की मांग की तो वहीं बीजेपी अब बदरी केदार मंदिर समिति के बचाव में मैदान में उतर गई। इतना ही नहीं इस मामले पर कुछ साधु संतों की भी आड़ ली जा रही है। जिससे यह मामला अब सियासी रंग लेने लगा है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी जी महाराज ने एक वीडियो जारी कर बद्री केदार मंदिर समिति द्वारा इस प्रकरण में दी गई सफाई का समर्थन करते हुए कहा है कि कुछ लोग षड्यंत्र के तहत इस मामले में बेवजह राजनीति कर रहे हैं जिनको अपनी आदत से बाज आना चाहिए उन्होंने कहा कि प्रदेश में चार धाम यात्रा चल रही है ऐसे में इस तरह बेवजह मंदिर के नाम पर राजनीति करने से मंदिर की छवि को नुकसान पहुंचता है जिससे चार धाम यात्रा भी प्रभावित हो सकती है।
वहीं, कांग्रेस नेता और बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष रहे गणेश गोदियाल ने बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय से कई सवाल पूछ डाले। इतना ही नहीं उन्होंने गर्भगृह में स्वर्ण मंडित किए जाने की प्रक्रिया पर शंका जाहिर करते हुए एसआईटी जांच की मांग की। हालांकि, इस पर बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की तरफ से तो प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन बीजेपी मंदिर समिति के बचाव में आ गई है। गणेश गोदियाल के सवालों के जवाब में बीजेपी ने उल्टा कांग्रेस पर उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों के बदनाम करने का आरोप लगा दिया कहा कि जो भी इस मामले पर सवाल कर रहा है, वो हिंदू धर्म के आस्था को ठेस पहुंचा रहा है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि यह कांग्रेस का पूरी तरह से दुष्प्रचार का एक नमूना है।