केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। Kedarnath Assembly by-election कांग्रेस ने जहां पूर्व विधायक मनोज रावत पर भरोसा जताया है। वहीं भाजपा ने भी पूर्व विधायक आशा नौटियाल को उम्मीदवार बनाया है। दोनों ही पूर्व विधायक रह चुके हैं। उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। नौटियाल 2002 और 2007 में बीजेपी के टिकट पर इस सीट से चुने गए थे। पूर्व पत्रकार, मनोज रावत 2017 में केदारनाथ से जीते थे। वह 2022 के चुनावों में बीजेपी की शैला रानी रावत से हार गए। बीजेपी विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद यह सीट खाली हुई है। साल 2017 में केदारनाथ सीट से पहली बार विधायक बने मनोज रावत को 2022 के विधानसभा चुनावों में तीसरे स्थान पर रहना पड़ा था।
केदारनाथ सीट पर 20 नवंबर को उपचुनाव होने वाला है। यह सीट बीजेपी विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हुई थी। बद्रीनाथ और मंगलौर में हाल ही में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस केदारनाथ सीट के लिए रणनीति तैयार कर रही है। सर्वेक्षण के बाद कांग्रेस की पर्यवेक्षक टीम ने केंद्रीय नेतृत्व को 13 संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट भेजी थी, जिन्होंने दिल्ली में प्रदेश नेताओं के साथ इन नामों पर चर्चा की। सूत्रों से पता चला कि पूर्व विधायक मनोज रावत को पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है, और बाद में पार्टी ने इन अटकलों पर मुहर भी लगाई। उत्तराखंड के हालिया उपचुनाव नतीजों ने आगामी केदारनाथ विधानसभा सीट पर रोमांचक मुकाबले के लिए मंच तैयार कर दिया है। बता दें कि 2022 के विधानसभा चुनावों के बाद से राज्य में चार उपचुनाव हुए हैं, जिनमें भाजपा और कांग्रेस ने दो-दो सीटें जीती हैं।