एक मोबाइल, तीन पन्ने और टूटता हुआ भरोसा, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षा एक बार फिर लीक हो गई, लेकिन इस बार मामला सिर्फ लीक तक सीमित नहीं — ये एक पूरे ‘शातिर षड्यंत्र’ की कहानी बन चुका है। Paper Leak Mastermind Khalid Malik अब गिरफ्त में खालिद मलिक ने खोले हैं कई राज कि कैसे किया पेपर लीक? पेपल लीक कांड प्रदेश के लिए बड़ा सवाल खड़ा गया है। मुख्य आरोपी खालिद ने बनाई मोबाइल छुपाने की साजिश, बहन साबिया बनी मददगार और असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन ने भेजे उत्तर! और जब सब कुछ सोशल मीडिया पर आया सामने, तो मचा प्रदेशभर में बवाल अब आई है पहली बड़ी कार्रवाई — जहां सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी और प्रोफेसर सुमन को निलंबित कर दिया गया है। सवाल ये है — क्या यही कुछ चेहरे हैं, या इस साज़िश के पीछे हैं और भी नाम? ये सवाल में इससे पहले वाले की वीडियो में कर चुका हूं। दोस्तो UKSSSC की स्नातक स्तरीय पदों के लिए लिखित प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्रों के फोटो आउट होने की गुत्थी धीरे धीरे सुलझ रही है। मामले के मास्टरमाइंड खालिद की गिरफ्तारी के बाद कई अहम जानकारियां सामने आई है। खालिद ने नकल की योजना को ऐसे अंजाम दिया, जिसमें उसकी फिटनेस काम आई. पुलिस ने सीन सीन रिक्रिएट किया, जिसमें ये बातें निकलकर सामने आई, पूरी जानकारी देने जा रहा दोस्तो।
हरिद्वार के जिस कॉलेज में खालिद का परीक्षा केंद्र था, उसके दोनों तरफ गन्ने के खेत हैं, खालिद दो बार रेकी करने वहां गया था इसके बाद खालिद ने चंद सेकंड में साढ़े छह फीट ऊंची दीवार लांघकर कॉलेज में घुस कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग में मोबाइल छुपाया था। जिसके बाद खालिद को दून पुलिस बुधवार को हरिद्वार लेकर गई। बहादरपुर जट स्थित बाल सदन इंटर कॉलेज में सीन दोहराने के दौरान खालिद ने सबको हैरान कर दिया। वह कुछ ही सेकंड में कॉलेज की दीवार फांदकर अंदर चला गया, दगड़ियो खालिद की गिरफ्तारी के बाद दून पुलिस ने दीवार बांधकर पूरा सीन री क्रिएट करने के लिए आरोपी खालिद को दोबारा उसी कॉलेज में लेकर गई जहां उसने परीक्षा दी थी। कॉलेज पहुंचने पर खालिद को पीछे की तरफ ले जाया गया। जहां खालिद ने साढ़े छह फीट ऊंची दीवार पर चढ़कर अंदर जाने का तरीका दिखाया। कुछ ही सेकेंड में खालिद सीधे परीक्षा कक्ष नंबर 9 तक पहुंच गया, जहां उसने परीक्षा दी थी। ये देखकर पुलिस अधिकारी और अन्य लोग हैरान रह गए। इसके बाद पुलिस ने पूरे कॉलेज परिसर का बारीकी से निरीक्षण किया, एक शिक्षक से पूछताछ कर उनका मोबाइल नंबर भी नोट किया। इतना भर नहीं है दोस्तो आगे देखिए हुआ क्या, निरीक्षण में यह सामने आया कि स्कूल की दीवार ऊंची होने के बावजूद खालिद अंदर घुसने में सफल रहा। साथ ही छोटे गेट और खुली जगह पर निगरानी की खामियां भी उजागर हुई। पुलिस टीम ने आरोपी के हर मूवमेंट को ट्रेस किया, ये सीन रिक्रिएट मामले की जांच को आगे बढ़ाने और सुरक्षा व्यवस्था की कमियों को समझने के लिए किया गया।
पुलिस अनुसार खालिद शारीरिक तौर पर खासा फिट है, गांव में उसकी लगभग 8 बीघा खेती है, वो गाय भैंस भी पालता है। एसपी देहात जया बलूनी ने बताया इस पूरे मामले में फिलहाल मुख्य सूत्रधार खालिद और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रश्नों का जवाब देने वाली सुमन भी पुलिस के संपर्क में है। फिलहाल खालिद के आईफोन की तलाश जारी है, मोबाइल का डाटा रिकवर करने से लेकर आयोग से ओएमआर शीट प्राप्त कर उसकी जांच करना टेक्निकल टीम के हाथ में है। इतना ही नहीं है दोस्तो इससे पहले मेने आपको इस मामले में हुई कार्रवाई के बारे में बताया हूं कि जहां पर कार्मिक विभाग ने UKSSSC के पत्र के बाद योजना निदेशक ग्रामीण विकास के केएन तिवारी के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं। लापरवाही बरतने के कारण सेक्टर मजिस्ट्रेट केएन तिवारी पर गाज गिरी है। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सुमन ही वो शख्स है जिन्होंने पेपर के उत्तर खालिद की बहन को भेजें थे। सुमन ने ही बांबी पवार को सबसे पहले पेपर लीक होने की जानकारी दी थी। इतिहास विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन राजकीय महाविद्यालय अगरोड़ा नई टिहरी में तैनात थी। दोस्तो बात खालिद मलिक की करूं तो इसको लेकर जो जानकारी पुलिस दे रही है वो ये कि खालिद लम्बे समय से कर रहा था प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, अब वो ही पेपर लीक प्रकरण का मुख्य आरोपी खालिद।
इतना ही नहीं बल्कि बार-बार मामूली अंकों से चुकने के कारण वो काफी निराश हो गया था। बस इसी निराशा के चलते उसने नकल की साजिश रची, जिसके तहत उसने टिहरी में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन से संपर्क किया जिन्हें प्रश्न पत्र हल करने में दक्षता का भरोसा था। इस पूरे मामले में खालिद मलिक ने अपनी बहन की हेल्प ली। खालिद ने अपनी बहन साबिया को भी योजना में शामिल किया और परीक्षा से पहले अपना मोबाइल उसे सौंप दिया ताकि परीक्षा कक्ष से तस्वीरें भेजी जाए और जवाब वापस हासिल किए जा सके। पेपर के आते ही साबिया ने तस्वीर सुमन को भेजी जिसका हल कर सुमन ने उत्तर भेजें, हांलाकि ये कहा जा रहा है कि कक्ष निरीक्षक ने बार-बार खालिद को बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी। जिससे वह मोबाइल से जवाब नहीं देख पाया और अपनी समझ के आधार पर ओएमआर शीट भर दी, लेकिन इसके बाद सोशल मीडिया पर इस प्रश्न पत्र की तस्वीर वायरल होने लगी जिसे देखकर खालिद घबरा गया और वह मोबाइल तथा बहन के साथ भागने लगा। भागते भागते उसने सिम तोड़ दिए तथा मोबाइल रिसेट किया और एक फोन ट्रेन के डस्टबिन में फेंक दिया। इसके अलावा बता दूं दोस्तो आरोपी खालिद वर्ष 2013 में राजस्थान की निजी यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर चुका है। इसके बाद उसने हापुड़ से स्नातक की डिग्री ली। खालिद हरिद्वार जिले के लक्सर क्षेत्र का रहने वाला है। खालिद ने परीक्षा केंद्र आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज मे फोन रखने की योजना परीक्षा से पहले ही बना ली थी। जिसके लिए उसने पहले परीक्षा केंद्र में जाकर रेकिंग की और विद्यालय की निर्माणाधीन नई इमारत में मोबाइल छिपाने का तरीका निकाला। परीक्षा के दिन चेकिंग के बाद खालिद ने इस जगह से फोन निकालकर जेब में रखा और परीक्षा कक्ष में गया। परीक्षा शुरू होते ही उसने प्रश्न पत्र के तीन पन्नो का फोटो खींचा और बाथरूम जाने के बहाने उसे बहन को भेज दिया। मगर खालिद की सारी कोशिशें धरी की धरी रह गई क्योंकि परीक्षा केंद्र से यह तस्वीरें सीधे सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। अब इस पूरे मामले पर चारों ओर हल्ला है चर्चा है, ये तो हम सब देख ही रहे हैं।