देहरादून: उत्तराखंड को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड में नए प्रदेश अध्यक्ष के चुने जाने को लेकर तमाम नामों पर अटकलें लगायी जा रही थीं। ऐसे में बीजेपी ने महेंद्र भट्ट को राज्य का नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त कर अन्य सभी नामों पर हो रही अटकलबाजी पर विराम लगा दिया है। महेंद्र भट्ट दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें संगठन में लंबा अनुभव है। इसी को देखते हुए इस साल विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है।
महेंद्र भट्ट की बात करें तो वो 1991 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सह सचिव रह चुके हैं। एबीवीपी में विभाग संगठन मंत्री टिहरी विभाग के पद पर वे 1994 से 1998 तक रहे। भाजयुमो के प्रदेश सचिव 1998 से 2000 तक रहे। भाजयुमो प्रदेश महासचिव 2000 से 2002 तक रहे। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष के पद पर वे 2002 से 2004 तक रहे। यही नहीं भाजयुमो राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य व हिमाचल प्रदेश प्रभारी, भाजपा प्रदेश सचिव के पद पर वे सेवा दे चुके हैं।
उन्होंने रामजन्मभूमि आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। इस दौरान वे 15 दिन पौड़ी के कांसखेत में जेल में रहे। वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलन में पांच दिन पौड़ी जेल में रहे। 2002 से 2007 तक नंदप्रयाग से वे विधायक रहे। वर्ष 2007 की बात करें तो वे नंदप्रयाग विधानसभा में भाजपा से विधायक के उम्मीदवार थे हालांकि उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा। वर्ष 2017 में बदरीनाथ विधानसभा से विधायक वे बने। हाल ही में यानी 2022 में बदरीनाथ विधानसभा से वे चुनाव हार गये थे। खबरों की मानें तो आगामी लोक सभा चुनाव 2024 को देखते तत्काल प्रभाव से नए प्रदेश अध्यक्ष काबदलाव किया गया है।