Joshimath: विकराल रूप ले रहा भू-धंसाव, आकलन करने जाएगा भाजपा का 14 सदस्यीय दल

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Joshimath Landslide: जोशीमठ शहर पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। भू-धंसाव के कारण शहर में दरारें और चौड़ी होने के कारण स्थितियां गंभीर दिखाई देने लगी हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आपदा सचिव रणजीत सिन्हा स्वयं विशेषज्ञों की टीम लेकर आज जोशीमठ के लिए रवाना होंगे। यह टीम जोशीमठ में 2 दिनों तक शहर में भू-धंसाव के हर पहलुओं का अध्ययन करेगी। साथ ही आम लोगों से भी बात कर समस्या को जानने की कोशिश करेगी। वहीं, उत्तराखंड बीजेपी ने जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन और नुकसान का आकलन करने के लिए 14 सदस्यीय समिति का गठन किया है।प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के नेतृत्व में 14 सदस्य टीम शुक्रवार को जोशीमठ रवाना होगी।

समिति स्थलीय भ्रमण कर स्थानीय निवासियों, व्यापारियों तथा जन प्रतिनिधियों से वार्ता करेगी। इसके बाद अपनी रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व को सौंपेगी। प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी के संयोजन में प्रदेश उपाध्यक्ष बलवंत सिंह भौर्याल, कर्णप्रायग के विधायक अनिल नौटियाल, धराली के विधायक भोपाल राम टम्टा, चमोली के जिलाध्यक्ष रमेश मैखुरी, पूर्व पंचायत अध्यक्ष विनोद कपरवाण, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य माधव सेमवास, उपाध्यक्ष बीकेटीसी किशोर पंवार, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ऋषि प्रसाद सती, वरिष्ठ भाजपा नेता कृष्ण मणि थपलियाल, पूर्व जिला उपाध्यक्ष भगवती नंबूरी, पूर्व मंडल अध्यक्ष राकेश भंडारी, पूर्व उपाध्यक्ष एसटी प्रकोष्ठ गौर सिंह कुंवर समिति में शामिल हैं।

वही, सीएम पुष्कर सिंह धाम ने कहा कि भू-धंसाव के मामले की हम लगातार समीक्षा कर रहे हैं। दो दिन पहले ही इस संबंध में मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों से रिपोर्ट ली है। वहां जो भी जरूरत होगी, उसके अनुसार काम किया जाएगा। बृहस्पतिवार को विशेषज्ञों का एक दल वहां भेजा जा रहा है। मैं खुद वहां जाकर स्थिति की समीक्षा करूंगा। बता दें कि करीब 550 से ज्यादा घरों में दरारें आई हैं, जिसकी वजह से स्थानीय लोग सड़कों पर हैं। उधर शासन ने स्थानीय लोगों से विस्थापन को लेकर सुझाव मांगे हैं। जिलाधिकारी चमोली इस मामले में लगातार शासन को रिपोर्ट भेज रहे हैं और इसी के आधार पर जोशीमठ में आगामी कार्यों की रुपरेखा भी तय की जा रही है।