Uttarakhand Congress: सरकार पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बड़ा हमला बोला है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि कि कमजोर सरकार और बेपरवाह प्रशासन के कारण उत्तराखण्ड ताकतवर और कानून से बेपरवाह रसूखदारों की ऐशगाह बनता जा रहा है। यशपाल आर्य ने आरोप लगाया कि अभी अंकिता की चिता की अग्नि शांत भी नहीं हुई थी कि अल्मोड़ा के डांडा कांडा में दिल्ली के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवी प्रेमनाथ द्वारा नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म ने उत्तराखण्ड राज्य की कानून और प्रशासनिक व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा कर दिया है।
पहले अंकिता भंडारी हत्याकांड, अल्मोड़ा में एक नाबालिग लड़की पर कथित रूप से दिल्ली के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवी प्रेमनाथ द्वारा यौन उत्पीड़न और पिछले महीने उत्तरकाशी जिले में एक नाबालिग के बलात्कार के बीच एक समानांतर चित्रण, विपक्ष के नेता (एलओपी) में विधानसभा यशपाल आर्य ने कहा है कि इन तीन घटनाओं से पता चलता है कि उत्तराखंड ताकतवरों की अवैध गतिविधियों का अड्डा बन गया है। उन्होंने कहा कि तीनों मामले राजस्व पुलिस क्षेत्रों में हुए, मामले दर्ज करने में देरी हुई और इन सभी में अपराधी शक्तिशाली लोग थे। आर्य ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तीन घटनाएं स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं कि उत्तराखंड में अराजकता व्याप्त है।
अल्मोड़ा के डांडा कांडा मामले को लेकर यशपाल आर्य ने कहा कि नाबालिग लड़की की माँ को जैसे ही घटना का पता चला उसने राजस्व पुलिस अधिकारी क्षेत्रीय पटवारी से संपर्क कर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की लेकिन पटवारी ने कोई कार्रवाई नहीं की। कारण साफ है कि आरोपी एक उच्च पद पर बैठा ताकतवर अधिकारी रहा। बाद में पीड़ित पक्ष के उच्च अधिकारियों के पास जाने के बाद मामले में मुकदमा दर्ज हो पाया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पहाड़ की सैंकड़ों नाली जमीन पर कब्ज़ा करने वाला वह व्यक्ति अपने बचाव के लिए न्यायपालिका एवं प्रशासनिक शक्तियों का दुरुपयोग करने से भी बाज नहीं आया।
उन्होंने आरोप लगाया कि अल्मोड़ा मामले के आरोपियों ने पहाड़ी इलाकों में सैकड़ों नालियों की जमीन पर कब्जा कर लिया है और भागने के लिए उन्होंने अपने कनेक्शन का इस्तेमाल करने की बहुत कोशिश की। आर्य ने दावा किया कि नाबालिग पर यौन हमले के आरोपी अधिकारी को स्थानीय लोगों के साथ दुर्व्यवहार और आतंकित करने के लिए जाना जाता है और कुछ फाउंडेशन उसके रिसॉर्ट का संचालन कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में भी इस अवैध रिजॉर्ट को गिराने के आदेश दिए जा चुके हैं लेकिन इस अधिकारी के कनेक्शन के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आर्य ने कहा कि अपर जिलाधिकारी की जांच कमेटी ने रिजॉर्ट की जमीन को गांव की जमीन से कुर्क करने का फैसला किया था लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आगे कहा कि अंकिता भंडारी की हत्या और नाबालिग लड़की का यौन शोषण अवैध रिसॉर्ट्स में हुआ और दोनों ही मामलों में पीड़ित गरीब लड़कियां हैं।