राज्य में मानव वन्यजीव संघर्ष के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। वर्तमान स्थिति यह है कि आए दिन जंगली जानवर इंसानों पर हमला कर रहे हैं। Pithoragarh Leopard Terror इस बीच सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ के बांस क्षेत्र में खतीगांव के सलकोट में तीन महिलाओं पर गुलदार ने हमला कर दिया। चारों महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुलदार के ताबड़तोड़ हमले से गांव में दहशत फैली है। खतीगांव निवासी इंदु देवी सुबह चार बजे शौच के लिए गई थी। घर लौटने के दौरान गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। उनके बाएं पांव को गुलदार ने अपने जबड़े में जकड़ लिया। इंदु देवी ने हिम्मत नहीं हारी। उनके शोर मचाने पर गुलदार भाग खड़ा हुआ।
सुबह पांच बजे गांव की पदमा देवी चाय बनाने के लिए अपने घर के भूतल में स्थित रसोई में आई थी। गुलदार ने रसोई में घुसकर उन्हें भी घायल कर दिया। रसोई में बर्तन गिरने से सकपकाया गुलदार रसोई पदमा देवी को छोड़कर रसोई से बाहर निकल गया। एक घंटे के भीतर गुलदार फिर गांव लौटा और आंगन में बैठकर चाय पी रही मीना देवी और इसके बाद कस्तूरी देवी को घायल कर दिया। दो घंटे के भीतर गुलदार के चार हमलों से गांव के लोग दहशत में आ गए। सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी पूरन सिंह देऊपा के नेतृत्व में वन विभाग की 15 सदस्यीय टीम खती गांव पहुंच गई है। टीम लगातार गश्त कर रही है। वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों से वार्ता की और उनसे सतर्कता बनाए रखने को कहा।