HELICOPTER CRASH IN KEDARNATH: केदारनाथ में तीर्थयात्रियों की जान के साथ खिलवाड़ करने का सिलसिला अभी भी जारी है। 19 सितंबर और आज 20 को भी खराब मौसम होने के बावजूद बैक टू बैक हेलिकॉप्टर की उड़ानें जारी हैं। एक दिन पहले 18 सितंबर को ही एक हेलिकॉप्टर हादसे में पायलट समेत सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। खराब मौसम की वजह से हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था। माना जा रहा है कि हादसा फॉग और पुअर विजिबिलिटी की वजह से हुआ है। पहले हेलिकॉप्टर किसी स्थान पर टकरा गया फिर इसमें ब्लास्ट हो गया। हेलिकॉप्टर के गिरते ही ईंजन धधक उठा और हेलिकॉप्टर में ब्लास्ट हो गया। इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी प्रशासन ने कोई सीख नहीं लगी है।
खराब मौसम होने के बावजूद बैक टू बैक हेलिकॉप्टर की उड़ानें जारी हैं. हेलिपैड से अधिकारी नदारद हैं। डीजीसीए के नियम के मुताबिक एक घंटे में कुछ ही उड़ानों की अनुमति है जबकि ज्यादा पैसे कमाने के लिए पायलट और यात्रियों की जान को जोखिम में डाला जा रहा है। 2013 की आपदा के बाद केदारनाथ धाम में हेलीकॉप्टर सर्विस देने वाली कंपनियों की बाढ़ सी आ गई थी। जिसके बाद यात्रियों को भी सुविधा देने के मकसद से यहां पर हेलीपैड और अन्य सुविधाओं को भी बढ़ाया गया। लेकिन 2013 की आपदा के बाद से अबतक 6 हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुके हैं। इनमें वायुसेना का एक MI-17 और चार प्राइवेट हेलीकॉप्टर शामिल हैं। अबतक हुई इन तमाम घटनाओं में 30 (7 वर्तमान घटना) लोगों की मौत हो चुकी है। इतना ही नहीं, 31 मई 2022 को भी एक हेलीकॉप्टर क्रैश होने से बाल-बाल बचा था। इसका सीसीटीवी फुटेज उस वक्त सामने आया था जब केदारनाथ में हेलीकॉप्टर लैंड कर रहा था।