रुद्रप्रयागः चारधाम यात्रा मार्गों पर शराब तस्करी जारी है। ताजा मामला रुद्रप्रयाग से सामने आया है। केदारनाथ यात्रा मार्ग पर शराब तस्कर सक्रिय हैं। पड़ावों पर शराब की बिक्री पूरी तरह प्रतिबंधित है, इसके बावजूद यहां धड़ल्ले से शराब बेची जा रही है। कपाट खुलने के बाद से अब तक डेढ़ माह के भीतर यहां शराब की तस्करी के 19 मामले सामने आए हैं। इस दौरान पुलिस ने 61 पेटी यानी 728 बोतल अंग्रेजी शराब पकड़ी। रविवार को यहां एक बार फिर शराब तस्करों की गिरफ्तारी हुई है। पुलिस ने गौरीकुंड (केदारनाथ) हाईवे पर काकड़ागाड़ और ऊखीमठ में अवैध शराब पकड़ी। इस मामले में 4 शराब तस्करों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। रविवार को एसओजी को सूचना मिली थी कि गौरीकुंड हाईवे पर ऊखीमठ के काकड़ागाड क्षेत्र में नेपाली मूल के दो लोग शराब की खेप लेकर जा रहे हैं।
सूचना मिलते ही एसओजी ने जाल बिछाया और दो लोगों को 48 बोतल शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया। दूसरी तरफ, ऊखीमठ थाने के पास भी पुलिस ने चेकिंग के दौरान नेपाली मूल के दो व्यक्तियों से 30 बोतल शराब बरामद की। इस मामले में सुभाष बुड़ा, सूरज बुड़ा, कोश बहादुर और अर्जुन बहादुर समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, जो कि गौरीकुंड और सोनप्रयाग में रहते हैं। पूछताछ मे आरोपियों ने बताया कि वो यात्रा पड़ावों पर बिक्री के लिए शराब ले जा रहे थे। यात्रा मार्गों पर अब तक जो शराब पकड़ी गई है, उसकी अनुमानित कीमत 4.73 लाख रुपये है। बता दें कि चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर शराब तस्कर सक्रिय हैं। सोनप्रयाग, गौरीकुंड, रामपुर, फाटा, सीतापुर समेत विभिन्न यात्रा पड़ावों पर चोरी-छिपे शराब की बिक्री की जा रही है। एसओजी और यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी थानों के प्रभारी शराब के खिलाफ अभियान में जुटे हुए हैं, लगातार दबिश दी जा रही है। बावजूद इसके शराब तस्करी पर लगाम नहीं लग पा रही।