उत्तरकाशी के धराली में आई भीषण त्रासदी को अब 24 घंटे से ज्यादा हो चुका हैं। वहीं, जिला मुख्यालय उत्तरकाशी से ओर जिले के अन्य इलाकों से रेस्क्यू फोर्स को घटनास्थल तक सड़क मार्ग से पहुंचना संभव नहीं हो पा रहा है। Dharali Uttarkashi cloud burst उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से धराली तक कई जगहों पर मार्ग दिन तक बंद था, हालांकि भारी मशक्कत के बाद भटवाड़ी तक सड़क मार्ग खोल दिया गया है। इस दौरान हर्षिल में तैनात सेना व आइटीबीपी के जवान मलबे व पत्थरों में जिंदगी की तलाशने उतरे। अब तक पांच शव बरामद किए गए हैं। वहीं सेना के 9 जवान सहित 19 लोग लापता हैं। वहीं, हेलीकाप्टर के माध्यम से सेना के रेस्क्यू के दौरान घायल 11 जवानों को एयर लिफ्ट कर आइटीबीपी के मातली हेलीपैड तक पहुंचाया गया है। सेना की ओर मलबे से पटे धराली में जिंदगी की तलाश के लिए खोजी कुत्तों के साथ ही ड्रोन सर्वे की भी मदद ली जा रही है।
केंद्र और राज्य सरकार ने राहत- बचाव अभियान में ताकत झौंक दी है। मौसम की चुनौतियों के बावजूद सीएम पुष्कर सिंह धामी ग्राउंड जीरो पर पहुंचे। सेना, बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, प्रशासन सहित तमाम एजेंसियां बचाव अभियान में जुटी हैं। आपदा ग्रस्त धराली (उत्तरकाशी) में राहत एवं बचाव अभियान में केंद्र के साथ ही राज्य की एजेंसियां भी युद़धस्तर पर जुटी हुई हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को मौसम की चुनौतियों के बावजूद, आपदा ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की है। सीएम ने बचाव और राहत अभियान में किसी तरह की कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए हैं। भारतीय वायुसेना ने युद्धस्तर पर शुरू किया अभियान। बरेली में MI 17 और ALH Mk-III हाई अलर्ट पर हैं। आगरा से An-32 और C-295 विमान देहरादून पहुंच गए हैं। इन विमानों में राहत और बचाव सामग्री है जो प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचाई जाएगी. बरेली और आगरा स्टेशन को रात के समय ही एक्टिव कर दिया गया था।