उत्तराखंड में चार अक्टूबर से खेल महाकुंभ का आगाज़ होने जा रहा है, जिसमें राज्य के सभी जिलों से 14 से 23 उम्र तक के तकरीबन साढ़े तीन लाख खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। Khel Mahakumbh In Uttarakhand इन खेलों की शुरुआत 662 न्याय पंचायत स्तर की प्रतियोगिताओं से होगी, जिसके बाद ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर की प्रतियोगिताएं की जाएंगी। ख़ास बात है कि इन प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय रिकॉर्ड को तोड़ने वाले खिलाड़ियों को एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा। खेलों में क्या कुछ रहेगा खास, इस पर लोकल18 ने विशेष प्रमुख सचिव खेल अमित सिन्हा से बातचीत की। इन खेलों का आयोजन राज्यभर से प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करना है और उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रदर्शन के लिए तैयार करना है। ख़ास बात है कि खेल महाकुंभ में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या में हर साल बढ़ोतरी हो रही है।
राज्य में साल 2017 से हर साल खेल महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, जिसका मकसद राज्य में ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर से लेकर राज्य स्तर तक की खेल प्रतिभाओं को श्रेष्ठ प्रदर्शन का अवसर प्रदान करना। साथ ही प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का चयन करना है, जिन्हें आगे चलकर राज्य स्तर से लेकर राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रदर्शन करने को तैयार किया जा सके। महाकुंभ में हिस्सा लेने वाले बच्चों की संख्या हर साल बढ़ रही है। पिछले दो साल में दो से ढाई लाख बच्चों ने कई खेलों में प्रतिभाग किया था, लेकिन अबकी लगभग साढ़े तीन लाख बच्चों के हिस्सा लेने का अनुमान है। इन खेलों में 14 वर्ष से लेकर 23 वर्ष तक के खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं। साथ ही उत्तराखंड बोर्ड समेत प्रदेश के सभी विद्यालयों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा ले सकेंगे। इस वर्ष राष्ट्रीय रिकार्ड को तोड़ने वाले खिलाड़ियों को एक लाख रुपये का नगद पुरस्कार भी दिया जाएगा।