उत्तराखंड में बड़ी कार्रवाई अवैध मजार पर चला बुलडोजर| Haridwar News | Uttarakhand News

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जी हां दोस्तो एक के बाद एक बड़ी कार्रवाई कर सरकारी जमीन को अवैध कब्जाधारियों से मुक्ति अभियान अपने चरम पर है। Bulldozer runs on illegal shrine in Uttarakhand उत्तराखंड में अब प्रशासन का कड़ा एक्शन! सरकारी जमीन पर बने अवैध मजार पर चला बुलडोजर लेकिन सवाल ये है कि आखिर कैसे कुछ लोगों ने ये जमीन अपने कब्जे में कर ली? और इस कार्रवाई के पीछे कौन सा संदेश छुपा है? मै आपको दिखाउंगा इस कार्रवाई के हर पहलू को और ये भी क्या हुआ जब मजार पर चला ‘पीला पंजा’ जी हां दोस्तो ये खबर बेहद अहम है अहम इसलिए क्योंकि देवभूमि में एक असल तरह का एजेंडा चलाया जा रहा था आपने देखा होगा कई जिलों में अवैध रूप से कुछ लोगों ने जमीन पर कब्जा किया और फिर वहां मजार बनाने का काम हुआ। दोस्तो वैसे तो अवैध कब्जों पर सरकार का डंडा मौजूदा वक्त में खूब चल रह है और प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी का संदेश है कि देवभूमि की परिभाषा बदलने की इजाजत किसी को नहीं है। सीएम के संदेश की बात करूं उससे पहले खबर देखिए।

दोस्तो हरिद्वार जिले के भगवानपुर ब्लॉक में प्रशासन की टीम द्वारा बड़ी कार्रवाई की गई है। यहां पर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनी मजार को टीम द्वारा हटाया गया। बताया गया है कि इस मामले में प्रशासन द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था, लेकिन जवाब नहीं मिलने पर निर्धारित समय के बाद प्रशासन द्वारा ये कार्रवाई की गई है। दोस्तो प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सख्त निर्देशों और हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की निगरानी में जिले में अतिक्रमण हटाने की मुहिम तेज से चल रही है। सरकारी भूमि पर कब्जों को चिन्हित कर चरणबद्ध तरीके से लगातार कार्रवाई की जा रही है। हरिद्वार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताते हैं कि भगवानपुर ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम शहीदवाला ग्रांट में नसीम बानो पत्नी इकबाल हसन, निवासी देहरादून, द्वारा 0.0120 हेक्टेयर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मजार बनाकर अतिक्रमण किया गया था। दोस्तो इस मामले की जांच के बाद संबंधित को विधिवत नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया। निर्धारित कार्रवाई के क्रम में राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। नोटिस के बाद दबाव में आई अतिक्रमणकर्ता ने स्वेच्छा से स्वयं अवैध निर्माण को हटाया। प्रशासन ने सरकारी भूमि को एक बार फिर अपने कब्जे में लेकर मामले का निस्तारण किया। वहीं दोस्तो जिला प्रशासन ने साफ किया है कि सरकारी भूमि पर किसी भी प्रकार का कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आगे भी ऐसे अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ इसी प्रकार सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे। वहीं आपको ये भी बता दूं दोस्तो कि 26 नवंबर को भी पिरान कलियर में प्रशासन की टीम द्वारा अब्दाल साहब रोड पर स्वास्थ्य विभाग की सरकारी जमीन पर बनी एक अवैध मजार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया था। इस कार्रवाई के दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा था। विभाग की ओर से पहले ही इस अतिक्रमण को लेकर नोटिस भी जारी किए गए थे जारी किए गए नोटिस में संबंधित लोगों को निर्धारित समय सीमा में अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया था लेकिन समय बीतने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।

जिसके बाद रुड़की तहसीलदार विकास अवस्थी के नेतृत्व में कलियर पहुंची प्रशासन की टीम ने सख्ती दिखाते हुए बुलडोजर चलाकर मजार को पूरी तरह जमींदोज कर दिया था। वैसे दोस्तो कार्रवाई एक तरफ ताबड़तोड़ हो रही है, तो वहीं अवैध मजार यहां तक की मस्जिद बनाने को लेकर कई नाली जमीम पर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है अभी एक और मामला सुर्खियों में नैनीताल के भवाली के भूमियाधार रोड पर बनी एक मस्जिद को लेकर बड़ा मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया कि मस्जिद प्रबंधन ने दो नाली में मिली जमीन के आसपास करीब 43 नाली सरकारी भूमि पर कब्जा कर चारदीवारी बना दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। नैनीताल प्रशासन ने राजस्व और वन विभाग की संयुक्त टीम को मौके पर भेजा। प्रारंभिक निरीक्षण में पाया गया कि मस्जिद परिसर लगभग 45 नाली क्षेत्रफल में फैला हुआ है और पूरी भूमि के चारों ओर चारदीवारी बनाई गई है। वहीं दोस्तो इस अवैध रूप से हो रहे सरकारी जमीन पर अतिक्रण के लिखाफ सरकार ने अपने मनसूबों को साफ कर दिया है। इसकी तस्दीक हल्द्वानी में एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री के एक बयान से होती है। सीएम धामी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत पर आंच नहीं आने दी जाएगी। हम यहां के मूल निवासियों के मन में असुरक्षा का भाव नहीं पनपने देंगे। सीएम ने कहा कि हमने 550 अवैध धार्मिक स्थलों पर से कब्जा हटाया है। इन जमीनों को सरकार ने अपने कब्जे में लिया है। हमारी सरकार का ये कब्जा मुक्त अभियान चलता रहेगा। हम एक-एक कागज की जांच करा रहे है। तो दोस्तो ऐसा कब हो रहा है बल अपने उत्तराखंड में तो है उस कार्रवाई की पूरी कहानी, जहाँ सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे पर प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया। बुलडोजर ने मजार को तोड़ा, लेकिन संदेश साफ है—किसी भी अवैध कब्जे को बख्शा नहीं जाएगा। उत्तराखंड की सरकार इस प्रकार की कार्रवाई से भविष्य में कानून का पालन सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरा रही है।