पौड़ी: तहसील लैंसडौन में सेवारत महिला राजस्व उपनिरीक्षक और राजस्व निरीक्षक की ओर से हैसियत प्रमाणपत्र बनाने के लिए पैसे लेने के मामले में डीएम ने राजस्व उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है। साथ ही राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) का तहसील धुमाकोट तबादला कर दिया है। डीएम ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। बता दें कि इस मामले का संज्ञान लेते हुए डीएम आशीष चौहान ने इस मामले की जांच एसडीएम लैंसडाउन को सौंपी थी। एसडीएम ने इस मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट डीएम आशीष चौहान को सौंप दी है। हालांकि, इस रिपोर्ट में किसी तरह के लेन-देन की पुष्टि नहीं हो पाई है।
तहसील लैंसडौन में सेवारत एक महिला राजस्व उपनिरीक्षक व राजस्व निरीक्षक की एक व्यापारी से बातचीत का ऑडियो बीते 10 नवंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें एक व्यापारी ने तहसील में हैसियत प्रमाणपत्र बनवाए जाने के लिए आवेदन किया था। वायरल ऑडियो में पहले महिला राजस्व उपनिरीक्षक काम किए जाने के लिए तीन हजार रिश्वत देने की बात करती है जबकि राजस्व निरीक्षक व्यापारी से पैसे लेकर किसी अधिकारी को देने की बात कह रहा था। ऐसे में डीएम ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए महिला राजस्व उपनिरीक्षक वन्दना टम्टा को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही इस मामले में अप्रत्यक्ष रूप से सामने आये कानूनगो रमेश चंद्र का भी तबादला किया गया है।