Dehradun Berojgar Protest: उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में कथित घोटाले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार युवाओं पर गुरुवार को पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए। वहीं पुलिस के 15 सिपाही पथराव में घायल हुए हैं। पीएसी की मदद से लाठीचार्ज कर युवाओं को तितर-बितर किया गया। इसके बाद भी वे नहीं माने तो करीब 300 युवाओं को गिरफ्तार कर सुद्धोवाला जेल भेजा गया। इस प्रदर्शन और उपद्रव के दौरान कई युवा बेहोश भी हुए। साथ ही पथराव में कई पुलिसकर्मियों को भी चोट आई। युवाओं की पत्थरबाजी से कई दुकानों और पुलिस के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने कहा कि गांधी पार्क के पास युवा प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन, उनके बीच कुछ बाहरी तत्व भी शामिल हो गए और उन्होंने पुलिस पर पथराव किया। साथ ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए ड्यूटी में नियुक्त पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट व गाली गलौज की गई। राजकीय व सार्वजनिक वाहनों में तोड़फोड़ करते हुए उन्हें नुकसान पहुंचाया गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस पर जानलेवा हमला करने के उद्देश्य से उन पर काफी पथराव किया गया, जिसमें 15 पुलिसकर्मी घायल हुए। घायल पुलिसकर्मियों को उपचार हेतु अस्पताल भेजा गया।
वही, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु को गांधी पार्क में धरने के दौरान पथराव और लाठीचार्ज से उत्पन्न हालात की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दे दिए हैं। नामित जांच अधिकारी सभी तथ्यों और परिस्थितियों की जांच कर रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराएंगे। जारी आदेश में कहा गया है कि बुधवार को गांधी पार्क में धरने के दौरान की घटना और बृहस्पतिवार को देहरादून में बेरोजगार संघ के धरने के दौरान हुए पथराव की वजह से कानून व्यवस्था की विषम परिस्थिति उत्पन्न हो गई थी। मुख्यमंत्री ने कानून व्यवस्था की इन परिस्थितियों और लाठीचार्ज के पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच के निर्देश दिए।