भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए,नरेंद्रनगर स्थित राजमहल में, टिहरी की सांसद व महारानी राज्य लक्ष्मी शाह की अगुवाई में नगर की सुहागिन महिलाओं द्वारा व्रत रखते हुए, Married Women Extracted Sesame Oil पीले वस्त्र धारण कर, मूसल, ओखली व सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया गया, तिलों के इस तेल में विशेष जड़ी बूटी डालकर, खास बर्तन में तेज आंच में पकाने के बाद, चांदी के तेल कलश में परिपूरित किया जाता है, राजमहल में पहुंचे डिमरी केंद्रीय धार्मिक पंचायत बद्रीनाथ धाम के पुजारी तेल से परिपूरित कलश की विधिवत पूजा अर्चना करने के पश्चात राज परिवार सहित, तेल पिरोने आई सुहागिन महिलाओं को भोग लगाने के पश्चात राज परिवार द्वारा तेल कलश (गाडू घड़ी) डिमरी केंद्रीय धार्मिक पंचायत को सौंपा जाएगा, तेल पिरोने आई नगर की 70 से अधिक सुहागिन महिलाओं द्वारा तिलों का तेल पिरोया गया।
बता दें कि भगवान बदरी विशाल के लेप और अखंड ज्योति जलाने के लिए उपयोग होने वाला तिल का तेल नरेंद्रनगर स्थित राजमहल में महारानी की अगुवाई में बड़ी ही पवित्रता से राजपरिवार और डिमरी समाज की सुहागिन महिलाओं के हाथों से निकाला जाता है। ये तेल बिना किसी मशीन के पिरोये जाता है। तेल को परंपरागत तरीके कोल्हू और हाथों से ही निकाला जाता है। तेल निकालने की यह परंपरा काफी पुरानी है। इसे ही बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया की शुरुआत माना जाता है। इस मौके पर महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने बताया कि करोड़ों- करोड़ हिंदुओं के आस्था का प्रतीक भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करने देश के कोने-कोने से श्रद्धालु बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने अवश्य पहुंचें, उन्होंने भगवान बद्रीनाथ से देश/ प्रदेश में सब की सुख, शांति और समृद्धि की कामना की है।