ड्रोन एंबुलेंस के जरिए ऋषिकेश एम्स से हरिद्वार जेल पहुंची दवाइयां, मात्र 23 मिनट का लगा समय

एम्स ऋषिकेश द्वारा दवाइयां ड्रोन के माध्यम से ड्रॉप करने की सुविधा शुरू की गई है। जिसमें हरिद्वार की जिला कारागार में मौजूद 10 बंदियों की दवाइयां मंगाई गई हैं। साथ ही 10 बंदियों के ब्लड सैंपल भी ड्रोन से एम्स ऋषिकेश में भेजे गए हैं।

Share

ऋषिकेश एम्स ने ड्रोन के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को हरिद्वार के रोशनाबाद के जेल परिसर में पीड़ित कैदियों के लिए दवाइयां पहुंचाई। करीब 23 मिनट के अंदर ड्रोन ऋषिकेश से रोशनाबाद दवाइयां लेकर पहुंचा। Drone Ambulance For Prisoners साथ ही 10 बंदियों के ही ब्लड सैंपल एम्स ऋषिकेश में जांच के लिए भिजवाए गए है। एम्स ऋषिकेश की ड्रोन मेडिकल सेवा नियमित तरीके से राज्य के दूर इलाकों तक दवा पहुंचाने का काम कर रही है. संस्थान द्वारा तकनीक आधारित इस मेडिकल सेवा का पहला ट्रायल 2 साल पहले 16 फरवरी 2023 को किया गया था। उस दौरान पहली बार एम्स ने टिहरी के जिला चिकित्सालय में ड्रोन के माध्यम से टी.बी. की दवा पहुंचाई थी। जेल प्रशासन के मुताबिक, पिछले महीने कुछ कैदियों के सैंपल लेकर जांच के लिए एम्स ऋषिकेश भेजे गए थे। जांच में 10 कैदियों में हेपेटाइटिस सी की पुष्टि हुई थी।

इसके बाद एम्स के विशेषज्ञों ने दवाइयां शुरू करने की सलाह दी थी। यह दवाइयां एम्स की ओर से ही कैदियों को मुहैया कराई जानी थी। जिनको दूसरी जगह से मंगवाया गया। 10 मरीजों की हेपेटाइटिस सी रोग से बचाव करने के लिए दवाइयां को लेकर ड्रोन सुबह करीब 11:30 बजे ऋषिकेश से रवाना हुआ। एम्स की डायरेक्टर मीनू सिंह और डॉक्टर अजीत भदोरिया ने ड्रोन को रवाना किया। करीब 23 मिनट बाद ड्रोन हरिद्वार हरिद्वार जिला कारागार पहुंच गया। यहां वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य और फार्मासिस्ट ने दवाइयां को प्राप्त किया। इसके बाद प्रत्येक कैदी को दवाइयां मुहैया कराई गई। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य ने बताया कि प्रत्येक कैदी की दवाई करीब 36 हजार की है। कुल 3.60 लाख की दवाई एम्स ऋषिकेश की ओर से ही दी गई है। जेल से 10 कैदियों के सैंपल लेकर ड्रोन के जरिए एम्स में जांच के लिए भेजे गए हैं।