जोशीमठ पहुंचे मंत्री महाराज, बोले- सालों से हो रही भू-धंसाव की चर्चा, फिर कैसे बन गए बहुमंजिला भवन?

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चमोली: उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज गुरुवार 19 जनवरी को जोशीमठ पहुंचे। यहां उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और पीड़ितों से भी मुलाकात की। साथ ही उन्होंने आपदा पीड़ितों को सरकार की तरफ से हर संभव मदद देने का भरोसा दिया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से जोशीमठ जनता के साथ खड़ी है। प्रभावित लोगों को इस संकट से उभारने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सेना और आईटीबीपी ड्रेनेज सिस्टम को लेकर वह रक्षा मंत्री को पत्र लिखेंगे।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने जोशीमठ भू-धंसाव से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद मीडिया से बातचीत में महाराज ने कहा कि भू-धंसाव से कई आवासीय भवनों में दरारें आने से असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 20 साल पहले जब मैं जोशीमठ आता था तो इस बात की चर्चा होती थी कि जोशीमठ धंस रहा है। बहुमंजिला भवन बनाए गए हैं। ये भवन किसकी अनुमति पर बने हैं, इसकी जांच की जाएगी। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बृहस्पतिवार को जोशीमठ में राहत शिविरों का निरीक्षण किया और प्रभावितों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों की यहां जरूरत है सिर्फ वही जोशीमठ में रुकें। अनावश्यक कमरे न घेरें, जिससे प्रभावित परिवारों को कमरे मिल सकें।

मंत्री सतपाल महाराज ने मकानों और होटलों में आयी दरारों व भू-धसाव का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उन्हें बताया कि एनटीपीसी टनल में अभी भी लगातार ब्लास्टिंग चल रही है। महाराज ने मामले का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से दूरभाष पर वार्ता कर एनटीपीसी टनल में चल रही ब्लास्टिंग को पूरी तरह से रुकवाने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने हर प्रकार की ब्लास्टिंग रुकवाने के निर्देश दे दिए हैं।