हरिद्वार: शिव के माह में ‘मुझे भी जन्म लेने दो’ के संकल्प के साथ प्रदेश की महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने बेटियों का लिंग अनुपात बेटों के बराबर करने की खातिर लोगों को जागरूक करने के लिए आज कांवड़ उठाई। कांवड़ यात्रा के लिए उन्होंने सुबह हरकी पैड़ी पहुंचकर जल भरा। इसके बाद वहां से पैदल चलकर ऋषिकेश में वीरभद्र महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए रवाना हुईं।
वीरभद्र मंदिर में मंत्री आर्य गंगा जल से महादेव का जलाभिषेक करेंगी। यात्रा का मुख्य उद्देश्य 1000 बालकों के अनुपात में 1000 बालिकाएं करने के लिए लोगों को जागरूक करना है। इस दौरान उनके साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं, सुपरवाइजरों समेत 200 महिलाएं शामिल रही। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार आज सुबह मंत्री रेखा आर्य हरकी पैड़ी पहुंचीं और वहां गंगा की पूजा-अर्चना करने के बाद कांवड़ उठाई।
रेखा आर्य ने कहा कि उत्तराखंड को देवभूमि होने के साथ ही देवियों की भूमि बनाना हमारा संकल्प है। उन्होंने कहा कि मैं देश की बेटी और सरकार का अंग होने के रूप में लैंगिक समानता को बढ़ावा दूंगी। कावड़ यात्रा में प्रदेश की सभी आंगनवाड़ी महिलाएं और विभागीय अधिकारी 25 किलोमीटर की पैदल यात्रा में शामिल हुए। ये यात्रा हरिद्वार जिले के हर की पैड़ी से वीरभद्र मंदिर तक निकाली जाएगी। जहां पर पौराणिक शिवालय में जलाभिषेक किया जाएगा, और संकल्प लिया जाएगा कि देवभूमि को देवियों की भूमि भी बनाया जाए।
दरअसल उत्तराखंड में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। समान लिंगानुपात को लेकर मंत्री रेखा आर्य आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लिंग अनुपात को समान करने का संकल्प लिया है। बालिकाओं की जन्म दर बढ़ने पर 25 किलोमीटर की लंबी कावड़ यात्रा का प्रतिनिधित्व खुद विभागीय मंत्री रेखा आर्य करेंगी। शाम 3 बजे जलाभिषेक के साथ यात्रा का समापन किया जाएगा। यात्रा समापन के लिए सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी यात्रा में शामिल होंगे।