MLA आदेश चौहान का मामला: सदन को गुमराह करने का आरोप, स्पीकर ने दिए जांच के आदेश

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देहरादून: विधानसभा का बजट सत्र अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। लेकिन इस बार कांग्रेस विधायकों को निलंबित करने की कार्रवाई और विशेषाधिकार हनन को लेकर सियासत गरमाई हुई है। हालांकि, सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही के दौरान ना सिर्फ बजट पर चर्चा की गई, बल्कि विभाग वार बजट को पारित भी कर दिया गया। सदन की कार्यवाही के दौरान जसपुर से कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने विशेषाधिकार हनन का मामला उठाया। साथ ही कांग्रेस विधायक आदेश चौहान ने अधिकारियों पर सदन को गुमराह करने का भी आरोप लगाया। जिसका संज्ञान लेते हुए विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने जांच के आदेश दे दिए। यही नहीं, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा कि अगर सदन को गुमराह करने का मामला सच साबित हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि जसपुर से कांग्रेस विधायक के विशेषाधिकार हनन मामले को लेकर सदन में काफी हंगामा हुआ था। इसी मामले को लेकर कांग्रेस के विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित किया गया था। वहीं विधानसभा सत्र के चौथे दिन नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने विशेषाधिकार की अवहेलना के मामले को उठाया। साथ ही कहा कि विधायक आदेश के मामले को लेकर न्यायालय में कोई चार्जशीट दायर नहीं है। जबकि सदन के भीतर अधिकारियों की ओर से जवाब दिया गया कि कांग्रेस विधायक आदेश चौहान के मामले में न्यायालय में चार्जशीट दी गई है। जबकि न्यायालय में कोई चार्जशीट दायर नहीं है।

चौहान कहा कि पिछले पांच साल में उनके पांच गनर बदले गए। छह महीने से उनके पास गनर नहीं है। उन्होंने आरटीआई से मिली सूचना के आधार पर कहा कि न्यायालय में भी उन पर कोई वाद दायर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया। उन्होंने स्पीकर से संरक्षण मांगा और मामले में संज्ञान लेने का अनुरोध किया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद गंभीर विषय है। अगर सदन को गलत जानकारी दी गई है, तो इसकी जांच कराई जाएगी। यदि जांच में पाया गया कि सदन को गुमराह किया गया है, तो इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।