देहरादून: विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए सरकार की ओर से 29 नवंबर से पांच दिसंबर तक की अवधि प्रस्तावित कर दिए जाने के बाद अब विधानसभा सचिवालय ने भी इस बारे में राजभवन को प्रस्ताव भेज दिया है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि राजभवन से हरी झंडी मिलने के बाद सत्र की विधिवत अधिसूचना जारी की जाएगी। सत्र देहरादून में होगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि सत्र के लिए अभी तक विधायकों की ओर से 500 से ज्यादा प्रश्न लगाए जा चुके हैं।
उधर, बदली परिस्थितियों में होने जा रहे विधानसभा सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। कानून व्यवस्था, वनंतरा रिसार्ट प्रकरण, भर्ती घोटाले जैसे तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने के लिए विपक्ष रणनीति बनाने में जुटा है। सरकार भी विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए अपने तरकश में तीर तैयार कर रही है। नियमानुसार छह माह की अवधि के भीतर विधानसभा का सत्र होना चाहिए। इस दृष्टि से देखें तो पिछले सत्र के हिसाब से शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से पहले होना है। इसे देखते हुए हाल में कसरत शुरू की गई।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस इन दिनों सरकार के विरुद्ध हमलावर तेवर अपनाए हुए है। इसे उसकी विधानसभा सत्र की तैयारियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है। यानी, सदन में वह सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ेगी। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने इसके संकेत दिए। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था, भर्ती घोटाले, वनंतरा रिसार्ट प्रकरण, बेरोजगारी, सीमांत क्षेत्रों की अनदेखी, गैरसैंण समेत तमाम विषयों को कांग्रेस सदन के भीतर और बाहर प्रमुखता से उठाएगी।