बेरोजगार युवाओं का आंदोलन जारी, आज शहीद स्मारक पर प्रदर्शनकारियों जमावड़ा..अलर्ट मोड पर पुलिस-प्रशासन

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Dehradun lathicharge Protest: उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में हुए घोटाले की सीबीआइ जांच व नकलरोधी कानून लागू होने तक भर्ती परीक्षाएं स्थगित करने की मांग को लेकर युवाओं का प्रदर्शन जारी है। युवा आर-पार की लडाई के साथ सड़कों पर उतरे है। देहरादून में हुए लाठीचार्ज के विरोध में आज प्रदेशभर से बेरोजगार युवाओं के आक्रोश की तस्वीरें सामने आ रही है। जिला प्रशासन ने दून शहर में निषेधाज्ञा धारा 144 लागू कर दी है। शुक्रवार को देहरादून के घंटाघर क्षेत्र में दुकानें व प्रतिष्‍ठान बंंद रखे गए। यहां जगह-जगह पुलिस बल तैनात रहा।

देहरादून में युवाओं ने शुक्रवार को भी अपना आंदोलन जारी रखा। इस दौरान युवा शहीद स्मारक पर बड़ी संख्या में इकट्ठे हुए। हालांकि पुलिस ने युवाओं को शहीद स्मारक जाने से रोका। लेकिन पुलिस को भनक लगती इससे पहले ही युवा बड़ी संख्या में शहीद स्मारक के अंदर पहुंच कर धरना देने लगे। इस दौरान यहां पहले से मौजूद राज्य आंदोलनकारियों और पुलिस में भी तीखी नोकझोंक हुई। हालांकि बेरोजगार संघ का बंद का आह्वान बाजार में असफल दिखाई दिया। लेकिन युवाओं ने अपनी रणनीति बदल कर गांधी पार्क में शहीद स्मारक को चुना, जहां सैकड़ों की संख्या में युवा एकत्रित हो गए। खास बात यह है कि शहीद स्मारक पर पहले से ही मौजूद राज्य आंदोलनकारियों ने भी युवाओं का समर्थन किया।

वही, बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर अब विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की है। यशपाल आर्य ने कहा कि युवाओं पर हमले को लेकर विपक्ष सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगा और युवाओं के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से देहरादून में युवाओं पर बर्बरता हुई है वह निंदनीय है। भर्ती घोटाले को लेकर विपक्ष लगातार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार आज तक सीबीआई जांच के लिए पहल नहीं कर पाई। जिसका नतीजा है कि आज भर्ती घोटाले के जो भी दोषी हैं, वह आज जेल से बाहर आ रहे है।