Haridwar Panchayat Elections: उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में चल रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तारीख नजदीक आते ही सरगर्मियां तेज हो गई हैं क्योंकि 26 सितंबर को पंचायत चुनाव के लिए मतदान होना है। वहीं पंचायत चुनाव में बीजेपी, कांग्रेस और बसपा (BSP) के कई नेताओं, सांसदों और विधायकों की साख दांव पर लगी हुई है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हरिद्वार में बीजेपी, कांग्रेस और बसपा उम्मीदावरों के बीच कांटे की टक्कर है।
रानीपुर की सलेमपुर महदूद-टू से विधायक आदेश चौहान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। क्योंकि इस सीट पर उन्होंने अपने करीबी और भाजपा से निष्कासित हो चुके नेता की पत्नी को टिकट दिलाया है। इस सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होता दिख रहा है। क्योंकि भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ रही मोनिका चौहान को मना लिया गया है। इस सीट पर करीब 23 हजार वोटर हैं। मुख्यालय से लगती हुई सीट होने के कारण इस सीट पर सभी की नजरें हैं। कांग्रेस से प्रदेश महासचिव तेलूराम की पत्नी सविता पाल मैदान में है। तेलूराम प्रधान हरीश रावत खेमे के साथ ही अन्य गुट में भी खासी पकड़ रखते हैं।
इसी कारण टिकट उनको आसानी से मिल गया। बसपा से जिला कोषाध्यक्ष दिनेश चौहान की पत्नी अनिता चौहान मैदान में है। भाजपा से चमन चौहान की पत्नी मीनाक्षी चौहान को टिकट मिला है। भाजपा नेता विवेक चौहान का टिकट कटा है। इस सीट पर जमकर विरोध भी हुआ। लेकिन अंत में मीनाक्षी के ही समर्थन में पार्टी रही। क्योंकि विधायक आदेश चौहान मीनाक्षी के पक्ष में थे। चमन चौहान को भाजपा ने छह साल के लिए निष्कासित किया था। आरोप था कि 2018 में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ उन्होंने नगर पालिका के चुनाव में काम किया था। जिस लिए उनको छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था। विवेक चौहान की पत्नी मीनाक्षी ने इस सीट पर निर्दलीय के रूप में पर्चा भर दिया था। लेकिन उनको जिलाध्यक्ष डॉ. जयपाल सिंह चौहान ने मना लिया है।
यह इलाके हैं शामिल: बहादराबाद, सुल्तानपुर मजरी, सलेमपुर आधा हिस्सा, कृष्णा विहार, महादेव पुरम, रामनगर कॉलोनी, लोटस गंगा, शिवम विहार, साईं धाम, यमुनोत्री आदि शामिल हैं।