UKSSSC पेपर लीक मामले में नया मोड़ तकनीकी जांच में खुल रहे राज, उत्तराखंड की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने वाला कौन है? कैसे लीक हुआ लाखों युवाओं का भविष्य तय करने वाला पेपर? और खालिद की गिरफ्तारी हो चुकी है। Accused Khalid Sister Arrested क्या खालिद ही है इस घोटाले का मास्टरमाइंड — या कोई बड़ा चेहरा अब भी परदे के पीछे है?UKSSSC पेपर लीक मामले में एक और बड़ा मोड़ सामने आया है — देहरादून पुलिस ने मुख्य आरोपी खालिद की बहन सब्या को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास मिले मोबाइल में वो सबूत हैं, जो इस पूरे षड्यंत्र की एक-एक परत खोलते जा रहे हैं। बेहद अहम खबर के साथ आया हूं दोस्तो पुलिस की जांच में खुल गए बल कई राज और कुछ अभी बाकी हैं सब बताउंगा आपको। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के स्नातक स्तरीय पदों की लिखित प्रतियोगी परीक्षा में पेपर लीक मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने मामले में मास्टरमाइंड खालिद मलिक गिरफ्तार को गिरफ्तार कर लिया है। जिसकी पुष्टि एसएसपी अजय सिंह ने की है, पुलिस ने उसे हरिद्वार से दबोचा है। वहीं, एग्जाम सेंटर को लेकर भी चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जिसमें पता चला है कि जिस परीक्षा केंद्र के कमरे में बैठकर खालिद परीक्षा दे रहा था, वहां जैमर ही नहीं था।
अब एसआईटी परीक्षा केंद्र के सभी कर्मचारियों और जैमर टीम से पूछताछ कर रही है। दोस्तो एक बड़ा सवाल आप सब के मन भी होगा, खालिद परीक्षा केंद्र के भीतर मोबाइल जैसी डिवाइस कैसे लेकर गया? क्या सेंटर के भीतर से उसे मदद मिली? और क्या ये सिर्फ एक व्यक्ति की करतूत है या कोई संगठित रैकेट? दोस्तो उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में एक और चौंकाने वाला मोड़ सामने आया है। देहरादून पुलिस ने इस हाई-प्रोफाइल केस में मुख्य आरोपी खालिद की बहन सब्या को गिरफ्तार कर चुकी है। दगड़ियो सब्या के पास से बरामद मोबाइल में वो सबूत मिले हैं, जिनसे पुष्टि होती है कि परीक्षा का प्रश्नपत्र खालिद ने परीक्षा केंद्र से किसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के ज़रिए भेजा और वह सीधा सब्या के मोबाइल पर रिसीव हुआ। पुलिस अब इस आधार पर बड़ी कार्रवाई की ओर बढ़ रही है। दोस्तो अब आपको बताता हूं कैसे सामने आया सब्या का नाम? दोस्तो पुलिस को खालिद के कॉल रिकॉर्ड और डिजिटल गतिविधियों की निगरानी के दौरान एक मोबाइल नंबर संदिग्ध लगा, जो उसकी बहन सब्या का था। मोबाइल को जब्त कर जांच की गई, तो उसमें परीक्षा पत्र की वाट्सएप पर प्राप्त फोटो, फॉरवर्डिंग रिकॉर्ड और संबंधित टाइम स्टैम्प मिले, जो घटना के दिन और समय से मेल खाते थे। अब सवाल ये है कि यही आधार बना उसकी गिरफ्तारी का सबसे बड़ा सवाल है, जो अब भी जवाब मांग रहा है।
परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल, स्मार्टवॉच, ब्लूटूथ जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की एंट्री प्रतिबंधित होती है, तो फिर खालिद क्या सेंटर की जांच प्रणाली को चकमा देकर डिवाइस अंदर ले गया?क्या उसे किसी सेंटर कर्मचारी की मदद मिली?या फिर डिवाइस को परीक्षा शुरू होने से पहले ही किसी अंदरूनी व्यक्ति ने छुपा दिया था?इन सवालों की पुष्टि अब पुलिस की तकनीकी और फॉरेंसिक जांच पर टिकी है। अब दोस्तो आपको बताता हूं कि पुलिस की जांच किन पहलुओं पर हो रही पड़ताल?देहरादून पुलिस इस केस में बारीकी से जांच कर रही है। CCTV फुटेज: सेंटर में खालिद की गतिविधियों को ट्रैक किया जा रहा है कॉल डिटेल्स और चैट्स: खालिद व सब्या के बीच बातचीत और संदिग्ध नंबरों की पहचानसेंटर की प्रवेश प्रणाली: चेकिंग में गड़बड़ी कैसे हुई, किसकी जिम्मेदारी थीसुरक्षा प्रोटोकॉल की स्थिति: क्या प्रोटोकॉल का पालन हुआ या अनदेखी की गई। दोस्तो इन सभी आधारों पर पुलिस अब बड़ी साजिश की दिशा में जांच बढ़ा रही है। क्या खालिद ही है असली मास्टरमाइंड? ये सवाल में फिर कर रहा हूं। अब तक की जांच में खालिद का रोल अहम दिखाई दे रहा है, लेकिन पुलिस यह भी मान रही है कि इस पूरे नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं — जिनमें:सेंटर स्टाफ बाहरी कोचिंग माफिया या सिस्टम के अंदर बैठे लोग इन सभी कोणों पर अब जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है बल लेकिन इधऱ भर्ती प्रक्रिया पर गहराया संकट।
दगड़ियो इस घटना का असर न केवल परीक्षा की निष्पक्षता पर पड़ा है, बल्कि हज़ारों युवाओं के भविष्य को भी दांव पर लगा दिया है। परीक्षार्थियों में भारी नाराज़गी है। पुनः परीक्षा की मांग और आंदोलन की चेतावनियाँ सामने आ रही हैं। भर्ती प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सीधा सवाल खड़ा हो गया है — कि क्या सरकार और आयोग ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठा रहे हैं? उधर हरादून पुलिस की प्राथमिकता अब खालिद की गिरफ्तारी है। पुलिस को उम्मीद है कि खालिद को पकड़ने के बाद पूरा जाल सामने आ जाएगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, खालिद राज्य से बाहर भाग सकता है, इसलिए स्पेशल टीम को तैनात किया गया है और कई संभावित ठिकानों पर नजर रखी जा रही है।