हरीश रावत को सता रहा बहुमत के बावजूद सरकार न बना पाने का डर! कहा- ‘बस दिल्लीवाले खेल ना कर पाएं’

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उत्तराखंड के आगामी विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Elections 2022) में कांग्रेस (Congress) पूर्ण बहुमत के साथ जीतकर सरकार बनाने का दावा कर रही है. हालांकि राज्य में पार्टी के सबसे चेहरे में शुमार हरीश रावत (Harish Rawat) की बातों से ऐसा लगता है कि वह इसे लेकर इतने आश्वस्त नहीं. उन्हें डर है कि कांग्रेस को बहुमत मिलने के बावजूद बीजेपी न सरकार बना लें. शायद यही वजह है कि हरीश रावत जनता से इतनी सीटें देने की अपील कर रहे हैं कि ‘दिल्ली वाले’ कोई खेल न कर सके.

हरीश रावत ने News18 उत्तराखंड से खास बातचीत में कहा, ‘हम तो ईश्वर रूपी जनता के सामने खड़े होकर विनती करते हैं कि दाता इतनी सीटें दे देना कि दिल्ली के लोग कोई खेल ना कर पाएं.’ रावत अपनी पिछली सरकार की याद दिलाते हुए कहते हैं कि दिल्लीवालों का तो कोई भरोसा नहीं है, वो चलती गाड़ी को गिरा देते हैं. इसलिए इतनी सीट मिल जाए कि उन्हें हाथ डाले में सोचना पड़े. रावत कहते हैं, ‘वो जानते थे कि हरीश रावत अच्छी सरकार दे सकता था, इसलिए 2016 में परेशान किया गया. दल बदल से लेकर सरकार गिराने तक का ड्रामा किया गया. सरकार रिस्टोर होने के बाद भी मैं बजट के लिए परेशान

‘अबकी बार बीजेपी तड़ीपार’
वहीं हरीश रावत से जब बीजेपी के पूर्ण बहुमत के दावे को लेकर सवाल किया गया तो वह कहते हैं, ‘उत्तराखंड में जब भाजपा नारा देती है कि अबकी बार 60 पार तो वहां खड़ा आदमी बुदबुदाता है कि अबकी बार करेंगे तुम्हें तड़ीपार.’

बीजेपी के अलावा इस बार आम आदमी पार्टी भी विधानसभा चुनावों में जोरशोर से जुटी है. हालांकि रावत आप को पूरी तरह खारिज कर देते हैं. वह कहते हैं, ‘अगर इन्होंने राज्य में पांच साल बिताए होते तो यहां के लोगों के आचार विचार, यहां की संस्कृति इन सबको समझा होता. ये अचानक से निकले और दिल्ली में प्रेस कॉन्फ़्रेंस करके कुछ बोल दिया तो इससे दिल्ली में फरक पड़ता होगा, लेकिन उत्तराखंड को नहीं.

 

रावत कहते हैं, ‘उत्तराखंड भले जनसंख्या में कम हो, लेकिन यहां विभिन्नताएं ज्यादा हैं. जिसको समझना ज़रूरी है बिना समझे आप उत्तराखंड की जनता को सर्व नहीं कर सकते और यहां की जनता भी यह समझती है कि बिना यह समझे कुछ भी बोले जा रहे हैं और वादे किए जा रहे

‘300 यूनिट से ज्यादा बिजली पर खास खींच लेती है AAP’
वहीं केजरीवाल के फ्री बिजली के दावे को लेकर सवाल पर हरीश रावत कहते हैं, ‘दिल्ली में वह 300 यूनिट फ़्री बिजली देते हैं और ये यूनिट बढ़ जाने पर पूरी खाल खींच लेते हैं. इसके बाद यहां भी आकर फ्री बिजली का वादा करते हैं. यहां की जनता भी समझती है कि हमारा बजट तो इतना है नहीं तो फिर भी यह पहलवान इतनी बिजली फ़्री कहां से देग

 

हरीश रावत इसके साथ आप के चुनावी वादों पर तंज कसते हुए कहते हैं, ‘यहां उन्होंने कह दिया कि उत्तराखंड में मैं एक लाख नौकरियां दूंगा, लेकिन उन्होंने गिनती ही नहीं की. अगर वो 25-30 हज़ार नौकरी कहते तो लोग मान भी जाते पर लेरिन उनकी उनके वादों की सारी हवा निकल गई.’ वह कहते हैं कि मुझे नहीं लगता कि कोई उन्हें चुनेगा. वो बीजेपी के लिए मददगार और कांग्रेस के लिए वोट कटुआ का काम करेंगे.