सास की साड़ी पहनकर पति के लिए वोट मांग रही हैं इंदिरा हृदयेश की बहू

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उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) का प्रचार अभियान जोर पकड़ चुका है. ऐसे में प्रत्याशी तरह-तरह से जनता से वोट मांग रहे हैं. कई बार भावनात्मक अपील हो रही हैं. हल्द्वानी (Haldwaini Assembly Seat) में कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष रहीं दिवंगत इंदिरा हृदयेश (Indira Hridayesh) के बेटे सुमित हृदयेश को टिकट दिया है. सुमित भावनात्मक होकर मां के नाम पर वोट मांग रहे हैं, लेकिन सुमित की पत्नी भी इस मामले में पीछे नहीं. सुमित की पत्नी मनिका हृदयेश हल्द्वानी शहर की अलग-अलग कॉलोनियों में जाकर पति सुमित हृदयेश के लिए वोट मांग रही हैं. मनिका के वोट मांगने का अंदाज बिल्कुल अलग है. उनका पहनावा भी जुदा-जुदा सा है.

दरअसल मनिका अपनी सास इंदिरा हृदयेश की साड़ी और शॉल पहनकर चुनाव प्रचार के लिए निकल रही हैं. मनिका ने माना है कि उनके पास सास इंदिरा हृदयेश को याद करने का इससे अच्छा कोई जरिया नहीं. मनिका ने दावा किया कि उन्होंने इंदिरा की अलमारी से निकालकर सीधी साड़ी पहनी है. यही नहीं शॉल भी वह इंदिरा की पसंद का ही पहन रह

मनिका कहती हैं कि जब उनकी सुमित से शादी हुई थी तब वह महज 23 साल की थी. इंदिरा हृदयेश ने उन्हें कभी भी बहू की तरह नहीं रखा, उनका संबंध मां-बेटी का रहा. मनिका कहती हैं कि यह पहला चुनाव है जब मम्मी इंदिरा के बिना हमारा परिवार चुनाव मैदान में है. वो कहती है कि इंदिरा जी को साड़ियों से विशेष तरीके का प्रेम था. सिल्क की साड़ियां पहनना पसंद करती थी. उन्हें बनारसी साड़ी खासी पसंद थी. साथ ही गांधी आश्रम की बनी हुई सिल्क की साड़ियां तो इंदिरा जी को बहुत पसंद थी. उनके कलेक्शन में बहुत सुंदर-सुंदर साड़ियां आज भी रखी हुई हैं.

मनिका कहती हैं कि लोग अपने करीबी की मृत्यु के बाद उनके कपड़े जला देते हैं या फेंक देते हैं, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया. मेरे लिए मां इंदिरा के कपड़े सुनहरी याद का जरिया हैं. यही नहीं मनिका बताती हैं कि इंदिरा हृदयेश हमेशा अपने पहनावे को लेकर विशेष सचेत रहती थी. जीवन के 80 बसंत पार करने के बाद भी इंदिरा हृदयेश हमेशा कपड़ों को अच्छी तरह से पहनना और उन्हें रखना पसंद करती थी. इसीलिए उनके कपड़े आज हमारे लिए सबसे बढ़िया जरिया हैं मां इंदिरा को याद करने का.