आयुर्वेद विवि के कुलपति को नोटिस जारी, जस्टिस (से.नि.) के०डी० शाही ने नोटिस भेज लिखित में मांगा जवाब

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देहरादून: उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में वित्तीय अनियमितताओं को लेकर विवादों में आने वाले डॉक्टर सुनील जोशी इन दिनों जांच के दायरे में हैं। कुलपति डॉक्टर सुनील जोशी को उनकी नियुक्ति और अनियमितताओं के मामले में नोटिस जारी कर दिया गया। अनियमितताओं की जांच कर रहे जस्टिस (से.नि.) के०डी० शाही ने तीन बिंदुओं पर नोटिस भेज लिखित में जवाब मांगा है। इस मामले की जांच रिपोर्ट 15 दिन में शासन को सौंपी जानी है।

नोटिस में कहा गया है कि 12 जुलाई (मंगलवार) की सायं 4 बजे तक सचिव, आयुष एवं आयुष शिक्षा, उत्तराखंड शासन के कार्यालय व उप कुलसचिव के माध्यम से एवं अधोहस्ताक्षरी को भी ई-मेल अथवा व्यक्तिगत रूप से कैम्प कार्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बता दें कि डॉक्टर जोशी पर गलत नियुक्ति करने और वित्तीय अनियमितता के कई आरोप लगे हैं। रिटायर्ड जज केडी शाही की अध्यक्षता में बनी जांच कमेटी ने सुनील जोशी को नोटिस भेजकर उनसे विभिन्न मामलों में जवाब मांगा है।

भेजे गए नोटिस में सुनील जोशी से तीन सवाल पूछे गए है। उनके द्वारा प्रोफेसर पद पर क्या सशर्त तैनाती दी गई थी? इसके अलावा पत्र संख्या 717 के आधार पर क्या उनके द्वारा कुलपति के पद पर नियुक्ति ली गयी? जबकि आखिरी सवाल ये पूछा गया कि कुलपति पद पर नियुक्ति के दौरान उनका प्रोफेसर पद पर अनुभव पांच साल 6 माह था? इन सभी सवालों का जवाब 12 जुलाई तक देने के लिए कहा गया है।